धनबाद: विनोद झा हत्याकांड में संलिप्त दो शूटर को बिहार के मोतिहारी जिले से गिरफ्तार किया गया है और तीसरे शूटर की तलाश में पुलिस जुटी है. धनबाद की चिरकुंडा पुलिस ने शूटर चुन्नू तिवारी उर्फ राकेश और तबरेज आलम उर्फ सलमान को पूर्वी चंपारण के मोतिहारी से गिरफ्तार किया है.
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दोनों के पास से हथियार बरामद
विनोद झा हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता चिरकुंडा थाना के एसआइ सालो हेंब्रम और एएसआई विनोद सिंह ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से दोनों शूटर को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. दोनों के पास से हथियार भी बरामद हुआ है. हथियार बरामद होने के कारण दोनों के स्थानीय थाना में भी आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है. पूछताछ में दोनों ने बताया कि तालडांगा हाउसिग कॉलोनी के मिंटू कश्यप, लायकडीह में रहने वाली उसकी महिला साथी रीता देवी और उसके बेटे अभिषेक कुमार ने स्थानीय सहयोगी निखिल पासवान और शेखर कुमार रवानी की मदद से विनोद झा की हत्या करवाई थी.
हत्या के लिए दी गई थी दो लाख की सुपारी
मिंटू कश्यप और अभिषेक कुमार ने विनोद झा की हत्या के लिए दो लाख की सुपारी दी थी. तीनों शूटरों को चिरकुंडा बुलाया गया और पश्चिम बंगाल के बराकर स्थित ओरियंटल लॉज और कुमारधुबी स्टेशन रोड स्थित पूजा लॉज में ठहराया गया. हथियार और रुपये की व्यवस्था करवा विनोद झा को मारने की योजना बताकर मिंटू कश्यप और अभिषेक पहले ही चिरकुंडा क्षेत्र से फरार हो गया था. हथियार और रुपये रीता देवी को दे दिया गया था.
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दुर्गा मंदिर के समीप घटना को दिया गया था अंजाम
हत्या के दिन रीता देवी ने हथियार और रुपए निखिल पासवान और शेखर कुमार रवानी के माध्यम से शूटरों तक पहुंचाया था. होटल का खर्च सहित अन्य सारी सूचनाएं निखिल और शेखर पहुंचाता था. इन सभी ने मिलकर विनोद झा की रेकी भी की थी. बता दें कि 24 फरवरी की दोपहर तालडांगा हाउसिग कॉलोनी के रहने वाले विनोद झा की हत्या दुर्गा मंदिर के समीप गोली मारकर कर दी गई थी. दुर्गा मंदिर के समीप वह ताश खेल रहा था. इस दौरान शूटरों ने घटना को अंजाम दिया. इस मामले में पहले ही निखिल पासवान और शेखर कुमार रवानी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.