देवघर: जिले में कोरोना अवधि के बाद रोजगार के लिए श्रमिक भटक रहे हैं. असंगठित मजदूरों ने रोजगार न मिलने के कारण श्रम विभाग के सामने धरना दिया. कचहरी परिसर के समीप सैकड़ों असंगठित मजदूरों ने 11 सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया. मजदूरों का नेतृत्व कर रहे मजदूर नेता भूतनाथ यादव ने कहा कि असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर आज कोरोना महामारी में भूखमरी की कगार पर हैं. मजदूर सहित उनका परिवार भूखों मर रहा है. मजदूरों के पास कोई रोजगार नहीं है. इसके लिए राष्ट्रपति को श्रम अधीक्षक के माध्यम से 11 सूत्री मांगपत्र सौंपा जा रहा है, ताकि इन असंगठित मजदूरों को रोजगार मिल सके.
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बहरहाल 11 सूत्री मांगों में पहली रोजगार की मांग के साथ-साथ न्यूनतम मजदूरी 500 रुपए, श्रम विभाग में अधिकारियों की नियुक्ति, छोटे किसानों को आर्थिक मदद , कुम्हार और लोहार को आर्थिक मदद, जिले में प्रवासी मजदूरों की जगह स्थानीय को काम मिले, बिचौलियों पर कार्रवाई ,असंगठित मजदूरों को खाद्य सुरक्षा योजना से जोड़ना, बीड़ी मजदूरों को अन्य रोजगार से जोड़ना, श्रम विभाग द्वारा सरकार से मिले कपड़े का वितरण, पंचायत स्तर पर निबंधन जैसी मांगों का उल्लेख किया गया है.