देवघरः दो महीने से चल रहे श्रावणी मेला का 31 अगस्त को समापन हो गया. मेले के समापन के साथ ही बैद्यनाथ धाम में स्पर्श पूजा शुरु हो गई. देवघर में श्रावणी मेला के दौरान पिछले 4 जुलाई से श्रद्धालु पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग को स्पर्श करने से वंचित थे. श्रावणी पूर्णिमा के दिन दोपहर बाद से मंदिर से अर्घा हटा दिया गया है. अब श्रद्धालु बाबा की स्पर्श कर पूजा कर सकेंगे.
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बाबाधाम में स्पर्श पूजा शुरूः देवघर स्थित बाबाधाम में स्पर्श पूजा का महत्व है. श्रावण मास में अत्यधिक भीड़ होने की वजह से स्पर्श पूजा की जगह पर अर्घा सिस्टम से पूजा की जाती है. श्रावण मास मे अर्घा के जरिए श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करते हैं. इस वर्ष मलमास लगने के कारण श्रावणी मेला दो चरण में लगभग दो माह तक चला. श्रावणी मेला के सफल संचालन होने के बाद, बाबा मंदिर में सबसे पहले सरदार पंडा द्वारा विधि-विधान से पूजा की गई. फिर प्रशासनिक अधिकारियों ने पूजा की.
श्रद्धालुओं में खुशीः पूजा में देवघर के डीसी-एसपी ने भोलेनाथ के आशीर्वाद से मेला के सफल संचालन होने की बात कही. वहीं आगामी भादो महीने में भी श्रावण की तरह प्रशासनिक सुविधा और सुरक्षा व्यवस्था के बीच जलाभिषेक कराने की बात डीसी विशाल सागर और एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग द्वारा की जा रही है. दो महीने बाद बाबा बैद्यनाथ की स्पर्श कर पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं में खुशी देखी गई. भादो महीने के पहले सोमवारी तक बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ होने की उम्मीद जताई जा रही है.