देवघर: साइबर अपराध के मामले में देवघर जामताड़ा 2 कहा जाने लगा है. आए दिन जिले में साइबर अपराध के मामले सामने आते रहते हैं. इन साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस कप्तान अश्विनी कुमार सिन्हा ने कमान संभालते ही अभियान शुरू कर दिया. पुलिस की बनाई गई दो टीम, जिसका नेतृत्व साइबर डीएसपी नेहा बाला और हेडक्वार्टर डीएसपी मंगल सिंह जामुदा कर रहे हैं.
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देवघर में दिसंबर 2020 से लेकर 4 मार्च तक चलाए गए साइबर के खिलाफ अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि साइबर के खिलाफ इस अभियान में अब तक कुल 44 मामलों का उद्भेदन किया गया है, जिसमें कुल 326 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है और अभियान अभी जारी है. वहीं गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 7 लाख 76 हजार रुपये, साइबर अपराध में प्रयोग किए गए 556 मोबाइल फोन, 826 सिम कार्ड, 246 एटीएम कार्ड, 224 बैंक पासबुक, 55 चेकबुक, 13 लैपटॉप, 38 मोटरसाइकिल, 17 चार पहिया वाहन, 3 स्वाइप मशीन, 2 माइक्रो पॉश मशीन और 2 राउटर भी बरामद किया गया है.
कई राज्यों की पुलिस पहुंचती है देवघर
एसपी ने कहा कि इस अभियान में कई सीएसपी संचालक को भी गिरफ्तार किया गया है, जो सभी साइबर अपराधियों को पैसा कैश करने के नाम पर कुछ प्रतिशत कमीशन लेकर उपलब्ध कराते थे. साइबर अपराधी भोले-भाले लोगों को फोन से फर्जी बैंक अधिकारी और कस्टमर केयर अधिकारी बनकर केवायसी के नाम पर ओटीपी मंगवाते थे और ठगी करते थे. साइबर अपराधियों की तलाश में देश के कोने कोने से पुलिस के देवघर पहुंचती है.
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समय-समय पर चलाया जाता है जागरूकता अभियान
साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए देवघर पुलिस के ओर से समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है, साथ ही सभी बैंक अधिकारियों के साथ बैठक कर लोगों से सावधान रहने की अपील की जाती है. पुलिस गिरफ्तार साइबर अपराधियों की सूची तैयार कर अपराधियों के अर्जित संपत्ति की जांच के लिए ईडी को भी पत्र लिखने की तैयारी में है.