देवघर: बाबा मंदिर में मंगलवार को बड़े धूमधाम से नगर गंवाली पूजा आयोजित की गई. यह पूजा पंडा धर्मरक्षणि सभा के तत्वाधान में मां काली मंदिर में पूरे विधि-विधान से की गई.
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धुमना जलाने की वर्षो पुरानी है परंपरा
मान्यताओं के अनुसार, आज के दिन काली मंदिर के ठीक सटे तारा मंदिर के सामने धुमना जलाने की वर्षो पुरानी परंपरा है, जो सुख समृद्धि और जगत कल्याण के लिए किया जाता है. मंगलवार को कुल 22 मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की गई. मान्यताओं के मुताबिक, चैत महीने में ही महामारी का प्रकोप शुरू होता है. जिससे वेद-पुराणों के अनुसार, वातावरण दूषित हो जाता है और धूप धुमना एक औषधि के रूप में माना जाता है, जिसे जलाने से वातावरण शुद्ध हो जाता है और सभी प्रकार की व्याधि रोग संक्रमण से होने वाली महामारी से मुक्ति मिल जाता है.
कोरोना महामारी समापती की कामना
बाबा मंदिर के जानकार बताते हैं कि अभी कोरोना महामारी है. ऐसे ही कई महामारी पूर्व में भी हुआ है, जो इस धूप धुमना जलाने से समाप्त हुआ है. इसको लेकर हजारों की संख्या में भक्त धुमना जलाकर माता काली और बाबा बैद्यनाथ से महामारी समापत करने की कामना करते हैं, जो काफी मनमोहक और अलौकिक होता है. इसी कड़ी में मंगलवार को बाबा मंदिर में धुमना जलाया गया और कोरोना समाप्ती की कमना की गई.