देवघर: झारखंड में 27 जुलाई से प्रदेश के मनरेगाकर्मी अपने विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. सोमवार को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के मधुपुर पत्थरचपटी स्थित आवास पर पहुंचकर कई मनरेगा कर्मियों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.
विभागीय मंत्री से कराई फोन पर बात
मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने कहा कि मनरेगा कर्मियों की मांग जायज हैं. उन्होंने विभाग के मंत्री से फोन पर मनरेगा कर्मियों की बात कराई, जिसमें मंत्री ने कहा कि मनरेगा कर्मियों की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जा रहा है. मनरेगा कर्मियों की हड़ताल से मनरेगा योजनाओं पर असर पड़ रहा है, मजदूरों का भुगतान समय पर नहीं हो रहा है. इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया गया है.
मनरेगाकर्मी अपनी मांगों पर अड़े
वहीं मनरेगा कर्मियों ने कहा कि सरकार ने चुनाव के पहले अपने घोषणा पत्र में अनुबंधित कर्मियों को स्थाई करने की बात कही थी. कर्मचारी पिछले 12 सालों से काम कर रहे हैं. हमारी नियुक्तियां सरकारी परियोजना और पूर्ण वैधानिक प्रक्रिया से आरक्षण रोस्टर का पालन कर मेघा सूची के आधार पर हुई है, लेकिन इसके बाद भी मनरेगा कर्मियों की सेवा स्थायी करने, समान काम के बदले समान वेतन देने,अपर समाहर्ता परीक्षा में 50 प्रतिशत आरक्षण, बीमा का लाभ दिए जाने की मांग को अभी तक पूरा नहीं किया गया है.
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मनरेगा कर्मियों ने कहा कि अगर अब भी सरकार उनकी मांग को नहीं मानती है तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. इस मौके पर देवघर जिला अध्यक्ष सत्यम कुमार सिंह, प्रदेश संयुक्त सचिव डॉ राजेश कुमार दास, मधुपुर प्रखंड अध्यक्ष पुनीत तिवारी, मार्गो मुंडा प्रखंड के अध्यक्ष सुनील मुर्मू, मृत्युंजय कुमार यादव, नरेंद्र कुमार, दिलीप कुमार, छत्रपति शिवाजी भगत, कुमार गौतम, संतोष ठाकुर, मानव कुमार भारत, संतोष बेसरा, राजू दास, श्यामल प्रसाद सिंह के अलावा कई मनरेगाकर्मी मौजूद थे.