देवघर: एक बार फिर देवघर में लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ गया है. देवघर और मोहनपुर प्रखंड के कई गांवों में मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं. कई मवेशियों के शरीर पर फोड़ा और चकते उभर गये हैं और उनको बुखार भी हो गया है.
इन बीमार पशुओं की जांच के बाद लंपी वायरस होने की आशंका जतायी गई है. इस बाबत जानकारी देते हुए प्रखंड पशु चिकित्सक डीएन मरांडी ने कहा कि विभाग द्वारा अभी तक 100 से अधिक मवेशियों का इलाज किया गया है. लगातार मवेशियों को एंटीबायोटिक दवाएं दी जा रही हैं.
मोहनपुर में लंपी बीमारी से ग्रसित कई मवेशी मिलेः प्रखंड पशु चिकित्सक डीएन मरांडी ने कहा कि मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया, बांक, थाठीयारा, रिखिया और अन्य पंचायतों में गाय, बैल सहित कुछ बकरियों में भी लंपी वायरस के लक्षण देखने को मिले हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया है. इसको लेकर उच्च अधिकारी को सूचित कर दिया गया है. जल्द ही वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाएगी, लेकिन फिलहाल सभी मवेशियों को दवा दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस भी मवेशी में लंपी वायरस के लक्षण पाए जा रहे हैं, उनका सैंपल लेकर जांच के लिए रांची भेजा जा रहा है.
लंपी बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए विभाग कर रहा कामः प्रखंड पशु चिकित्सक ने कहा कि देवघर में तेजी से लंपी वायरस फैल रहा है. इसे रोकने के लिए विभाग लगातार कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लंपी बीमारी को दबा सकती है, लेकिन जड़ से खत्म नहीं कर सकती है. वैक्सीन लगाने के बाद अगर शुरुआती लक्षण होते हैं तो वह 10 से 15 दिन में ठीक हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी मवेशी में इसके लक्षण मिले तो उसे अन्य मवेशियों से अलग रखना चाहिए. इससे बचने के लिए चारे को धो कर ही मवेशियों को खिलाएं. साथ ही खुद भी हाथ धो लें. ध्यान रखें कि आपका मवेशी संक्रमण वाले मवेशी के संपर्क में ना जाए.