देवघर: जिला के सदर अस्पताल (Deoghar Sadar Hospital) में नकली खून बेचने के सनसनीखेज मामले में एक के बाद एक चौंकाने वाली बात सामने आ रही है. अब बताया जा रहा है कि नकली खून बेचने के मामले में कई सरकारी कर्मी शामिल हैं. पुलिस जल्द ही इसका खुलासा करने वाली है. इस पूरे खून के खेल को समाप्त करने के लिए पुलिस की एक टीम इसपर लगातार कार्य कर रही है.
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क्या है पूरा मामला: दरअसल, देवघर सदर अस्पताल में नकली खून बेचने का मामला 22 मई को सामने आया था, जहां मरीज का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचे एक परिवार को खून की सख्त जरूरत थी. तभी देवघर ब्लड बैंक पहुंचने से पहले सदर अस्पताल में हमेशा की तरह चक्कर काट रहे खून के सौदागरों ने मरीज के परिजन को अपने चंगुल में फांस लिया और 2000 रुपए में एक बोतल डुप्लीकेट खून थमा दिया. गनीमत रही कि खून चढ़ाने से पहले इसकी असलियत सामने आ गई थी. 2000 रुपए में मिला एक बोतल खून असल में खून था ही नहीं, बल्कि खून के पाउच में रंग भर कर इसे मरीज को चढ़ाने के लिए बेच दिया गया था.
क्या कहते हैं देवघर एसपी: मामला सामने आने पर पुलिस ने जांच शुरू की. इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और कइयों को पुलिस ने जेल भेज दिया है. देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि जांच के दौरान कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले में कई सरकारी कर्मी भी शामिल हैं, जिसका खुलासा पुलिस जल्द करेगी.