देवघर: झारखंड को चावल के उत्पादन के लिए कृषि कर्मण अवार्ड मिलने से किसानों में भी काफी खुशी का माहौल है. इस नए माहौल में देवघर में किसान अब राज्य को दलहन और तिलहन के लिए कृषि कर्मण अवार्ड की उम्मीद लगाए हुए है और उसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
अच्छी फसल उगाने की कोशिश
चावल उत्पादन की श्रेणी में झारखंड को कृषि कर्मण पुरस्कार 2016-17 में मिला. पुरस्कार मिलने से उत्साहित देवघर के किसान अब दलहन और तिलहन श्रेणी में भी राज्य को यह पुरस्कार दिलाने के लिए जी जान से मेहनत कर रहे हैं. किसानों की ओर से कृषि के आधुनिक तकनीक सहित उत्तम किस्म के बीज के सहारे दलहन की अच्छी फसल उगाने की कोशिश की जा रही है.
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17 हजार हेक्टेयर में तिलहन की खेती का लक्ष्य
देवघर में इस बार लगभग 19 हजार 600 हेक्टेयर में दलहन, जबकि 17 हजार हेक्टेयर में तेलहन की खेती का लक्ष्य रखा गया है. किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की ओर से 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज उपलब्ध कराए गए हैं. इस बार अच्छा मानसून होने से विभागीय अधिकारी भी गदगद हैं और बंपर दलहन और तिलहन की उपज होने की बात कर रहे हैं.
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दोबारा राज्य को दिलाना चाहते हैं सम्मान
बहरहाल, झारखंड को एक बार पहले भी साल 2012-13 में दलहन श्रेणी में कृषि कर्मण पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. अब यहां के किसान दोबारा राज्य को यह सम्मान दिलाना चाहते हैं. उम्मीद है कि किसानों की यह मेहनत रंग लाएगी.