देवघर: लोगों ने नव वर्ष नए-नए संकल्पों के साथ शुरू तो किया, स्वच्छता के प्रति उन्होंने अपनी सोच भी साफ कर दी. साल 2020 में स्वच्छता का संकल्प लेने वाले लोगों ने साल 2021 के पहले दिन ही स्वच्छता का मजाक बना दिया. ये हाल कहीं और नहीं, बल्कि देवघर के पर्यटन स्थलों का है.
पर्यटन स्थलों पर फैली है गंदगी
देवघर के तमाम पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों में लोगों ने पिकनिक मनाए और जमकर जश्न मनाया, लेकिन गंदगी वहीं फैला दिया, जिससे इन पर्यटन स्थलों पर चारों ओर गंदगी फैली हुई है. पिकनिक स्थलों पर स्वच्छता का माखौल उड़ा है. नव वर्ष के उत्सव के दौरान सफाई का ध्यान नहीं रखा गया है. जगह-जगह थर्मोकोल के प्लेट, प्लास्टिक की ग्लास और शराब की बोतलें पड़ी हुई मिली. अब सवाल पैदा हो गया है कि लोगों ने नया साल तो मना लिया, लेकिन यहां सफाई कौन करेगा? जिला के नंदन पहाड़ समेत तमाम पर्यटन स्थलों पर फैली गंदगी लोगों से सवाल कर रही है कि स्वच्छता क्या सिर्फ कसमें खाने के लिए है. सफाई के प्रति लोगों की जिम्मेदारी कुछ भी नहीं है.
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सफाई में जुटे समाजसेवी
लोगों ने उत्सव के दौरान सफाई का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखा है. ऐसे में अपने पर्यटन स्थलों को गंदा करने में यहां के लोगों की ही काफी भूमिका है, लेकिन गंदगी की इन तस्वीरों को बदलने का प्रयास कुछ युवाओं की ओर से किया जा रहा है. शिवा फॉउंडेशन के बैनर तले जुटे इन युवकों ने पर्यटन स्थल नंदन पहाड़ की सफाई का बीड़ा उठाया है. संस्था के लोग बताते हैं कि सफाई का यह कार्यक्रम एक सप्ताह तक चलेगा. निश्चित तौर पर यह स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है. लोगों को भी यह समझने की जरूरत है कि उन्होंने गंदगी फैलाई है तो उसे साफ करना भी उनकी जिम्मेदारी है.