देवघर: जिला के मोहनपुर थाना क्षेत्र के मोरने गांव में आगलगी के बाद 19 वर्षीय महिला रेशमी खातून की मौत मामले में जांच के लिए एसपी खुद घटनास्थल पहुंचे. दरअसल, घटना को लेकर हत्या की आशंका जताई जा रही है (Woman death for dowry). घटनास्थल पर जांच करने पहुंचे देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट ने ग्रामीणों से पूछताछ की. एसपी के साथ देवघर एसडीपीओ पवन कुमार और मोहनपुर थाना प्रभारी प्रेम प्रदीप भी पहुंचे और घटना की हर एक बिंदु पर छानबीन किया. जानकारी के अनुसार, 19 वर्षीय महिला की आठ माह पहले ही शादी हुई थी और शादी के बाद उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था. आशंका जताई जा रही कि दहेज नहीं देने पर उसकी हत्या कर दी गई है. महिला के पिता ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने और दहेज नहीं दे सकने पर हत्या करने का आरोप लगाया है. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
साइकिल से भारत यात्रा पर निकले कॉन्सटेबल, लोगों को कर रहे जागरूक: साइकिल से पूरे भारत की यात्रा पर निकले कॉन्सटेबल ऋषि शुक्ला शुक्रवार देर रात गिरिडीह होते हुए देवघर के मोहनपुर थाना पहुंचे. देवघर पहुंचकर उन्होंने वहां विश्राम किया. कॉन्सटेबल ऋषि शुक्ला मध्यप्रदेश के विदिशा जिला पुलिस लाइन में कार्यरत हैं. 15 अगस्त 2022 से वे भारत की यात्रा पर निकले हैं. उन्होंने कहा कि वे साइकिल से भारत कर युवा पीढ़ी को जागरूक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी सोशल मीडिया के दौर में अपने मूल उद्देश्य से भटकती जा रही है. आए दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म, हत्या, अपहरण समेत अन्य घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. लोगों को महिलाओं के प्रति सम्मान रखने के लिए चौक चौराहों पर साइकिल खड़ी कर जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब तक मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड की यात्रा कर चुके हैं. अब वे पश्चिम बंगाल जायेंगे. उन्होंने बताया कि नो वर्क नो पे के तहत विभाग से अनुमति लेकर वे यात्रा पर निकले हैं. रात में विश्राम करने के दौरान उन्होंने ग्रामीण युवाओं को अपने साथ जोड़ा और उन्हें जागरूक करने के लिए अग्रसर किया.
अवैध खनन के रोकथाम के लिए डीसी की बैठक: इधर देवघर में अवैध खनन के रोकथाम और बालू खनिज संबंधी प्रखंडवार जिला सर्वे रिपोर्ट तैयार करने से जुड़ी बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान उपायुक्त ने जिले के सभी दस अंचलो के बालू खनन से जुड़े कार्यों की समीक्षा करते हुए, संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने वन प्रमंडल पदाधिकारी और खनन पदाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को बालू संबंधित जानकारी बनाकर और प्रखंडवार जिला सर्वे रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए. इसके अलावा डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने समीक्षा के दौरान अपर समाहर्ता, वन प्रमंडल पदाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करने के आवश्यक जांच के बाद प्रतिवेदन उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करने का निर्देश दिया. इस दौरान उपायुक्त के अलावा वन प्रमंडल पदाधिकारी राजकुमार शाह, अपर समाहर्ता चंद्रभूषण सिंह, जिला खनन पाधिकारी राजेश कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार और सभी 10 प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत अन्य मौजूद रहे. बता दें कि देवघर में हो रहे अवैध बालू खनन की शिकायत के बाद उपायुक्त ने यह निर्देश जारी किया है क्योंकि बालू की समस्या के कारण जिला में आज भी सैकड़ों पीएम आवास अधर में लटका हुआ है.
100 डायल पर शिकायत करने पर पुलिस ने बुलाकर पीटा, ग्रामीण का आरोप: देवघर के रिखिया थाना क्षेत्र के ताराबाद गांव में फसल चराने को लेकर विवाद हुआ था. जिसके बाद फसल के मालिक ने गाय को अपने घर में ले जाकर बांध दिया, जिन्हें छुड़वाने के लिए ग्राम पंचायत मुखिया से कहा गया, लेकिन फसल मालिक ने गाय नहीं छोड़ी. उसके बाद मामला थाने तक पहुंचा. थाना में भी आकर गाय छुड़ाने का बात कही गई और फसल की कीमत देने को तैयार हुए, लेकिन थाने की ओर से मामले को संज्ञान में नहीं लिया गया. फिर युवक ने 100 नंबर पर डायल कर शिकायत की तो रिखिया थाना में युवक को बुलाकर बेरहमी से पीटा, जिसके बाद युवक इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचा. युवक ने बताया फसल चलाने को लेकर विवाद हुआ था, जिसकी शिकायत ग्राम पंचायत मुखिया को की गई, लेकिन उनकी बात नहीं मानी. फिर रिखिया थाना प्रभारी को सूचना दिया गया, लेकिन फिर भी गाय नहीं छोड़ा. जिसके बाद उसने 100 डायल नंबर पर कॉल कर शिकायत की. जिससे नाराज रिखिया पुलिस ने उसे थाना बुलाया और बेरहमी से पीटा. वहीं इस मामले में रिखिया थाना प्रभारी अविनाश गौतम ने कहा कि इस तरह का कोई भी मामला हमारे सामने नहीं आया है और ना ही मैंने किसी युवक के साथ मारपीट की है, हमारे ऊपर लग रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं.