देवघरः सावन का पहला सोमवार (first Monday of Sawan) तमाम शिवभक्तों के लिए काफी खास है. सोमवार के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए देवघर बाबा मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है. अहले सुबह से श्रद्धालु बाबा धाम (devotees in Baba Dham) में कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.
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श्रावणी मेला 2022 (Shravani Mela 2022) को लेकर प्रशासनिक तौर पर भी सुरक्षा के व्यापक उपाय किए गए हैं. देवघर में सावन के महीने में हर साल लाखों की संख्या में देश-विदेश से यहां भक्त आते हैं. सावन का पहला सोमवार विशेष महत्व रखता है यह मास भगवान शिव को सबसे प्रिय है. इस पूरे महीने भगवान शिव की पूजा अर्चना करने पर मनोवांछित फल मिलता है. सावन माह की शुरुआत विष्कुम्भ और प्रीति जैसे शुभ योग के साथ हो गयी है.
सावन माह में भगवान शिव की पूजा करने के लिए योग काफी खास माना गया है. सावन माह में शिवलिंग का जलाभिषेक करने का भी विशेष महत्व है. सावन की पहली सोमवारी को रवि नामक विशेष योग पड़ रहा है. वेदों में बताया गया है कि रवि योग में किसी मंत्र का साधना विशेष फलदायी होता है. इस योग में मनोकामना सिद्ध के लिए महमित्युजंय मंत्र का जप ओर शिवपुराण का पाठ करना लाभकारी होता है. रवि योग में शिव परिवार की पूजा करने से सभी दुख दूर होते है. कुछ जगहों पर इस दिन नाग पंचमी भी मनाया जाता है. यानी इस दिन भगवान शिव के साथ उनके सेवक नाग देवता की भी पूजा होती है. इस दिन भगवान शिव को कच्चा दूध, गंगाजल, बेलपत्र, काला तिल, धतूरा अर्पित करना चाहिए.