देवघर: मधुपुर विधानसभा चुनाव के परिणाम की घोषणा हो चुकी है. पूर्व मंत्री और झामुमो नेता हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल अंसारी ने कड़ी टक्कर में भाजपा प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह को मात दे दी. जेएमएम प्रत्याशी हफीजुल हसन ने मधुपुर उप चुनाव में कुल 110812 वोट हासिल किए. जबकि उनके करीबी बीजेपी प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह को 105565 वोट मिले. मतों की गिनती के दौरान कई बार बाजेपी प्रत्याशी गंगा नारायण हफिजुल से आगे रहे. हालांकि आखिरकार हफीजुल ने जीत हासिल की. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इनकी जीत पर इतना भरोसा था कि उन्होंने हफीजुल को अपने मंत्रिमंडल में पहले ही शामिल कर लिया था. हफीजुल के पास अल्पसंख्यक मंत्रालय है. मंत्री पद पर बने रहने के लिए उनका चुनाव जीतना काफी अहम था. अगर वे चुनाव हार जाते तो मंत्री पद चला जाता. इसके अलावा पिता के विरासत के बढ़ाने की भी बड़ी जिम्मेदारी थी. आइये जानते हैं हफीजुल अंसारी के अब तक करियर के बारे में.
बीआईटी से की है इंजीनियरिंग
हफीजुल अंसारी पूर्व मंत्री और झामुमो के दिवंगत नेता हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हैं. मधुपुर के पिपरा में हफीजुल का जन्म हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई मधुपुर में ही हुई. पटना के अंसार हॉस्टल में रहकर भी हफीजुल ने पढ़ाई की. 1998 में उन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(बीआईटी) सिंदरी से इंजीनियरिंग की डिग्री ली. इसके बाद झारखंड खनिज निगम में भी कुछ दिनों तक काम किया.
क्रिकेट में रूचि रखते हैं हफीजुल
स्वभाव से मृदुभाषी और मिलनसार हफीजुल की खेल में बहुत रूचि है खासकर क्रिकेट में. वे मधुपुर यंग क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. पिता के राजनीति में आने के बाद हमेशा चुनाव में एक्टिव रहे. जब तक हाजी हुसैन अंसारी जीवित थे, मधुपुर विधानसभा का प्रभार हफीजुल के पास था. झारखंड खनिज निगम में काम के दौरान उनका मन नहीं लगा और वे घर लौट आए. वे पिता का राजनीति में साथ देने लगे. हफीजुल क्रशर और ठेकेदारी का भी काम करते हैं.