देवघर: देवघर के मोहनपुर में 32.49 एकड़ जमीन का फर्जी दस्तावेज बना कर बेचने के मामले में (Case of Selling Land on Fake Documents) जांच रिपोर्ट पर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने सीओ, सीआई, हल्का कर्मचारी, रिकॉर्ड रुम के प्रभारी, शम्भूचरण घोष, दुलाल सामंत समेत कई पर प्राथमिकी दर्ज करायी (FIR Lodged Against CO) है. डीसी द्वारा गठित पांच सदस्यीय टीम की रिपोर्ट पर रिखिया थाना में कांड संख्या 275/22 दर्ज किया गया है.
मोहनपुर अंचल के मौजा टिकैतबांध का मामलाः जानकारी के अनुसार मोहनपुर अंचल के मौजा टिकैतबांध के प्लॉट संख्या 84, रकबा 6.10 एकड़ और प्लॉट संख्या 108, रकबा 24.39 एकड़, कुल 32.49 जमीन का फर्जी दस्तावेज बना कर बिक्री की गई थी. जांच रिपोर्ट में इस जमीन के राजस्व कागजातों में छेड़छाड़ करने के षड्यंत्र में शामिल पदाधिकारियों के विरुद्ध यह प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इस संबंध में आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है.
मामले में होगी गहन पड़तालः वहीं इस मामले में देवघर डीडीसी कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं. हालांकि इशारे-इशारे में उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है. अभी बहुत से बिंदुओ पर जांच की जाएगी. उसके बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ पता चल सकेगा. वहीं मामले में डीसी भी कुछ कहने से बचते नजर आए.
वर्ष 2011 में देवघर में बड़ा जमीन घोटाला पकड़ा गया थाः बताते चलें कि सितंबर 2011 में पूर्व डीसी मस्तराम मीणा ने देवघर में बड़ा जमीन घोटाला पकड़ा गया (Land Scam in Deoghar) था. पूर्व डीसी मस्तराम मीणा ने मिली शिकायतों के आधार पर जांच के लिए कमेटी गठित की थी. कमेटी की जांच में इसका खुलासा हुआ था. तकरीबन एक हजार करोड़ की जमीन घोटाले का भंडाफोड़ हुआ था. इस घोटाले में भी सरकारी कर्मियों की मिलीभगत की बात सामने आई थी. भू-माफियाओं ने करीब 826 एकड़ सरकारी और निजी जमीन बेच दी थी.