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देवघरः ATM से हुई सबसे बड़ी चोरी का पुलिस ने किया खुलासा

देवघर में ATM से हुई इतिहास की सबसे बड़ी चोरी का पुलिस ने बेहद चोकाने वाला खुलासा किया है. इस चोरी को अंजाम देने वाला स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का ही कर्मचारी है. पुलिस ने मामले में दो लोगों को जेल भेज दिया है.

गिरफ्तार चोर
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Published : Aug 18, 2019, 9:49 PM IST

देवघर: जिले में ATM से हुई इतिहास की सबसे बड़ी चोरी की वारदात का पुलिस ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है. केस की गुत्थी को सुलझाने में भले ही एक महीने से ज्यादा का वक्त लगा हो, लेकिन पुलिस ने जिन चेहरों से नकाब उठाया है वह चौंकाने वाला है.

देखें पूरी खबर


कर्मचारी ही निकला चोर
ATM से हुई चोरी की वारदात में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का वह कर्मचारी शामिल है जो ATM का रखरखाव करता था. जिस पर शक करना भी मुमकिन न था, लेकिन साजिश में शामिल एटीएम के गार्ड से जब पुलिस ने पूछताछ की तब गुत्थी सुलझती गई, जिसके खुलासे के बाद पुलिस कप्तान के भी होश उड़ गए. इस चोरी का मास्टरमाइंड बैंककर्मी है, जिसने इस सनसनीखेज चोरी की न सिर्फ साजिश रची थी, बल्कि पूरी स्क्रिप्ट तैयार की थी.

यह भी देखें- दियारा क्षेत्र का लाइफ लाइन पुल बना खतरनाक, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा


दो लोग गिरफ्तार
एटीएम से रॉबरी को अंजाम देने वाला बैंक के ही कैश एडमिनिस्ट्रेशन सेल के कर्मी और एटीएम की देखरेख करने वाली एजेंसी के इंजीनियर का था. जिन्होंने बेहद चालाकी से इस संगीन गुनाह को अंजाम दिया और पैसों का बंटवारा कर अपने अपने महफूज ठिकानों में छिप गए. पुलिस ने इस मामले में संजय केसरी ओर वृंदा प्रसाद को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है, जबकि चंद्रशेखर सुधांशू नाम का बैंककर्मी फरार है. इतना ही नहीं पुलिस ने मामले के जांच के दौरान बिहार के भोजपुर जिले से विजय कुमार सिंह नाम के उस इंजीनियर को भी गिरफ्तार किया है, जिसने आरोपियों से एटीएम का गुप्त पासवर्ड हासिल कर 51 लाख की चोरी की थी. पुलिस ने विजय और एटीएम के गार्ड के पास से चोरी के 12 लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं.

देवघर: जिले में ATM से हुई इतिहास की सबसे बड़ी चोरी की वारदात का पुलिस ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है. केस की गुत्थी को सुलझाने में भले ही एक महीने से ज्यादा का वक्त लगा हो, लेकिन पुलिस ने जिन चेहरों से नकाब उठाया है वह चौंकाने वाला है.

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कर्मचारी ही निकला चोर
ATM से हुई चोरी की वारदात में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का वह कर्मचारी शामिल है जो ATM का रखरखाव करता था. जिस पर शक करना भी मुमकिन न था, लेकिन साजिश में शामिल एटीएम के गार्ड से जब पुलिस ने पूछताछ की तब गुत्थी सुलझती गई, जिसके खुलासे के बाद पुलिस कप्तान के भी होश उड़ गए. इस चोरी का मास्टरमाइंड बैंककर्मी है, जिसने इस सनसनीखेज चोरी की न सिर्फ साजिश रची थी, बल्कि पूरी स्क्रिप्ट तैयार की थी.

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दो लोग गिरफ्तार
एटीएम से रॉबरी को अंजाम देने वाला बैंक के ही कैश एडमिनिस्ट्रेशन सेल के कर्मी और एटीएम की देखरेख करने वाली एजेंसी के इंजीनियर का था. जिन्होंने बेहद चालाकी से इस संगीन गुनाह को अंजाम दिया और पैसों का बंटवारा कर अपने अपने महफूज ठिकानों में छिप गए. पुलिस ने इस मामले में संजय केसरी ओर वृंदा प्रसाद को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है, जबकि चंद्रशेखर सुधांशू नाम का बैंककर्मी फरार है. इतना ही नहीं पुलिस ने मामले के जांच के दौरान बिहार के भोजपुर जिले से विजय कुमार सिंह नाम के उस इंजीनियर को भी गिरफ्तार किया है, जिसने आरोपियों से एटीएम का गुप्त पासवर्ड हासिल कर 51 लाख की चोरी की थी. पुलिस ने विजय और एटीएम के गार्ड के पास से चोरी के 12 लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं.

Intro:देवघर ...तो बैंककर्मी ने ही प्लान की थी 'द ग्रेट रॉबरी'! ATM से 51 लाख की चोरी मामले में चोकाने वाला खुलासा।


Body:एंकर देवघर में ATM से हुई इतिहास की सबसे बड़ी चोरी की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। केस की उलझी गुत्थी को सुझाने में वक्त भले ही एक महीने से ज्यादा का लगा हो लेकिन,खाकी ने जिन चेहरों से नकाब उठाया है वह बेहद चोकाने वाला है। क्योकि, इनमें वह मास्टरमाइंड भी शामिल है जिसने इस सनसनीखेज चोरी की न सिर्फ साजिश रची थी बल्कि,पूरी स्क्रिप्ट तयार की थी। जी हां, चेहरे पर शराफत का नकाब ओढ़े वो शख्स कोई और नही बल्कि,स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का वह कर्मचारी ओर ATM का रखरखाव करने वाली एजेंसी का कर्मी था। जिसपर शक करना भी मुमकिन न था लेकिन,साजिश में शामिल एटीएम के गार्ड से जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो,साज़िश की गुत्थी में उलझी वो तमाम पहेली सुलझती चली गयी जिसके खुलासे के बाद पुलिस कप्तान के भी होश फाख्ता हो गए। दरहक़ीक़त एटीएम से द ग्रेट रॉबरी का अंजाम देने वाले वो गुमनाम चेहरा किसी ओर का नही बल्कि बैंक के ही कैश एडमिनिस्ट्रेशन सेल के कर्मी ओर एटीएम की देखरेख करने वाली एजेंसी के इंजीनियर का था जिन्होने बेहद चालाकी से इस संगीन गुनाह को अंजाम दिया और पैसों का बंटवारा कर अपने अपने महफूज ठिकानों में छुप गए। पुलिस ने इस मामले में संजय केसरी ओर वृंदा प्रसाद को सलाखों के पीछे पहुचा दिया है जबकि चंद्रशेखर सुधांशू नाम का बैंककर्मी फरार है। यह तीनों आरोपी एसबीआई के कैश एडमिनिस्ट्रेशन सेल में बतौर अधिकारी तैनात है। इतना ही नही पुलिस ने मामले की तफ़्तीश के दौरान बिहार के भोजपुर जिले से विजय कुमार सिंह नाम के उस इंजीनियर को भी गिरफ्तार किया है जिसने उपरोक्त आरोपियो से एटीएम का गुप्त पासवर्ड हासिल कर 51 लाख की चोरी की थी। पुलिस ने विजय ओर एटीएम के गार्ड के पास से चोरी के 12 लाख रुपये भी बरामद कर लिए है।


Conclusion:बहरहाल,बीते 2 जुलाई को अंजाम दिए गए इस रहस्मय चोरी की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा तो लिया है लेकिन,साजिश के पीछे अभी और भी गुमनाम चेहरे छिपे है जिनका पर्दाफाश होना अभी बाकी है।

बाइट नरेंद्र कुमार सिंह,एसपी देवघर।
बाइट पंकज कुमार झा,आर एम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया।
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