देवघरः देश में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका है. इस आशंका को देखते हुए झारखंड भी अलर्ट जारी हो गया है. झारखंड सरकार की ओर से सभी जिलों को अलर्ट मोड (Alert issued regarding Corona in Deoghar) पर रहने की हिदायत देने के साथ साथ सतर्कता बरतने का निर्देश दिए गए हैं. राज्य सरकार के निर्देश पर देवघर प्रशासन भी कोरोना से निपटने की तैयारी में जुट गया है.
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हालांकि, कोविड के दोनों वेव के दौरान जिले में तेजी से संक्रमण फैला. लेकिन कोरोना संक्रमण से मरने वालों के आंकड़ा कम था. इसकी वजह थी कि देवघर जिला प्रसाशन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुक्कमल इंतजाम किए गए थे. जिला मुख्यालय के पुराना देवघर सदर अस्पताल में सौ बेड को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया था, जहां ऑक्सीजन से लेकर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की गई थीं. लेकिन, कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होने के साथ-साथ गाइडलाइन को भी स्थगित कर दिया गया. इसके बाद कोविड से बचाव के लिए किए गए तमाम इंतजाम धूल फांकने लगे. वहीं, RTPCR लैब के लिए भी करोड़ों की लगात से मशीन खरीदी गई, लेकिन जांच शुरू नहीं की जा सकी.
कोरोना संक्रमण का असर खत्म होने के बाद सदर अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट भी बंद कर दिया गया. हालांकि, कोविड संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है तो कोविड वार्ड से लेकर आइसोलेशन वार्ड को दुरुस्त किया जा रहा है. ऑक्सीजन प्लांट को दुरुस्त करने के साथ साथ प्रत्येक बेड पर सप्लाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. सिविल सर्जन ने जिले के सभी अस्पतालों के प्रभारी को निर्देश दिया है कि कोविड नियंत्रण को लेकर पीपीई किट, ऑक्सीजन, दवाइयांं, मास्क और सेनेटाइजर की उपलब्धता का ब्योरा मांगा गया है, ताकि आवश्यकता के अनुसार अस्पतालों में दवाइयां मुहैया कराई जा सके.
डीपीएम नीरज कुमार ने कहा कि जल्द ही तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जाएगा. बता दें कि जिले में बूस्टर डोज के साथ साथ टीकाकरण भी लक्ष्य ने अनुरूप नहीं है. इस स्थिति में सवाल यह है कि अगर इस दफे कोविड ने अपना असर दिखाना शुरू किया तो संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य महकमा तैयार होगा या नहीं.