देवघर: चार सूत्री मांग के साथ झारखंड पशुपालन विभाग के एआई कर्मचारी संघ के बैनर तले देवघर के एआई कर्मियों ने डीसी कार्यालय के सामने धरना दिया. कर्मचारियों का आरोप है कि विभाग लगातार उनसे कार्य कराता है लेकिन वायदे के मुताबिक ना तो तय मानदेय दिया जा रहा और ना ही अन्य सुविधाएं दी जा रही है. इस बाबत जानकारी देते हुए देवघर के संघ अध्यक्ष ने बताया है कि पशुओं को घर-घर जाकर टीका लगाने के एवज मे उन्हें सिर्फ 28 रुपए देने का वादा किया गया था. लेकिन विभाग ने वह भी नहीं दिया गया.
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अब जबकि देवघर के तमाम एआई कर्मी बाध्य होकर धरने पर बैठे हैं तो ऐसे मे कुछ लोगों को विभाग ने सामन्य राशि देकर संतुष्ट करने का प्रयास किया है. धरने पर बैठे कर्मचारियों ने अपनी चार सूत्री मांग के साथ ज्ञापन सौपा है. जिनमे तमाम एआई कर्मियों का बीमा, समय पर वेतन भुगतान और नियमितीकरण करने समेत अन्य मांगें शामिल हैं. धरने पर बेठे सत्यम तिवारी ने बताया कि 15 सालों से एआई कर्मचारी के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया गया है. विभाग द्वारा सिर्फ शोषण किया जाता है काम के बदले पैसे देने की बात हुई थी, लेकिन अभी तक नहीं दिया गया है.
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि इसे लेकर पहले भी जिला पशुपालन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया था, लेकिन उनकी समस्याओं का अभी तक निष्पादन नहीं हुआ है. जिस कारण उपायुक्त कार्यालय के सामने सभी कर्मी एकजुट होकर अनिश्चित काल के लिए धरने पर बैठ हैं. वहीं एआई कर्मचारी के अध्यक्ष बैद्यनाथ पंडित ने कहा कि सभी कर्मचारी पैसा नहीं मिलने के कारण अर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. सभी लोग शर्तों के साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन किसी को काम नहीं दिया जा रहा है. चार सालों से किसी को भुगतान नहीं किया गया है. उन्होंने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि एआई कर्मचारी दर-दर भटकने को मजबूर हो गए हैं. घर की माली स्थिति खराब हो गई है इसके जिम्मेदार सिर्फ विभाग है जिस कारण आज सब धरने पर बैठे हैं.