देवघर: जिले में कोरोना महामारी के लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. सिविल एसडीओ के नेतृत्व में अधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों द्वारा संक्रमित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित क्षेत्र को सेनेटाइज कराया जा रहा है. इस क्षेत्र की सभी दुकानों को बंद करा दिया गया है. सिर्फ दवा, दूध और अन्य खाद्य सामग्री की दुकानें खुली रखने के आदेश दिए गए हैं. एसडीओ ने बताया कि जिन जगहों से पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं वहां कांटेक्ट ट्रेसिंग भी कराई जा रही है.
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वहीं, एक सर्वे रिपोर्ट में देवघर को देश का दसवां सबसे संवेदनशील जिला ठहराए जाने के संबंध में एसडीओ ने बताया कि कई तरह के मापदंडों को ध्यान में रखकर इस तरह का वर्गीकरण किया गया है. हालांकि देवघर में बाहर से आने वाले लोगों की अधिक संख्या को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है. लोगों से भी मास्क और ग्लव्स लगाने और शोसल डिस्टेंस का सख्ती से अनुपालन करने की अपील की जा रही है. बहरहाल, संक्रमण के लिहाज से देश के 20 संवेदनशील जिलों में देवघर को शामिल किया गया है, इसमें देवघर का स्थान 10वां है. देवघर में अब तक 119 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं, जबकि कुल एक्टिव केस की संख्या 56 है.
जिले में कुल 120 कोरोना केस
बता दें कि देवघर जिले में 120 कोरोना वायरस के संक्रमित पाए गए हैं. इसमें से 71 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. इन लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. देवघर में 1 की मौत हो गई है. वहीं, मुधुपर में भी पिछले दो दिनों में 6 कोरोना वायरस संक्रमितों की पहचान हुई है. वहीं, झारखंड की बात करें तो झारखंड में मंगलवार को कोरोना के 422 नए मामले आए हैं. राज्य में सक्रिय केस की संख्या बढ़कर 3240 हो गई है. कोरोना के कुल मामले 6243 हो गए हैं. इनमें कुल 2942 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं. वहीं राज्य में कोरोना से अब तक 61 मौत हो चुकी है. झारखंड में अब तक कुल 2,31,062 लोगों की कोरोना जांच कराई गई है. अगर बात करें झारखंड में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट की तो यह 47.48% है. वहीं, राज्य में मृत्यु दर 0.98% हो गई है.