चतरा: एक दशक से अधिक समय से अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा जिले के टीकर मुख्य पथ की मरम्मति आखिरकार ग्रामीणों ने श्रमदान से कराया. इस दौरान टीकर गांव के ग्रामीणों ने सांसद और मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
ये भी पढ़ें-रांची में चल रहा था ब्राउन शुगर का कारोबार, ऑर्डर के बाद होती थी होम डिलीवरी, 6 गिरफ्तार
ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क से चलकर बीते दस सालों में कई बार सांसद और मंत्री आ चुके हैं, लेकिन सभी चुनाव के पहले यहां आएं और सड़क की मरम्मति कराने के साथ-साथ अन्य सुविधाएं बहाल करने का आश्वासन देकर वोट लिए और फिर जितने के बाद नजर नहीं आएं. उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत इतनी जर्जर थी कि इस पर चलना भी मुश्किल था. बारिश के मौसम में सड़क तालाब में तब्दील हो जाता था, लेकिन किसी पदाधिकारी और राजनेताओं ने इसकी सुध तक नहीं ली. अंत में लोगों ने श्रमदान करके इसकी मरम्मत कराई.