ETV Bharat / state

थानों के चक्कर काटने से मिलेगा छुटकारा, सर्टिफिकेट का ऑनलाइन वेरिफिकेशन करेगी पुलिस - jharkhand news

सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए अब थानों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. एक सॉफ्टवेयर ने लोगों को इस परेशानी से छुटकारा दिलाया है. अब सारे वेरिफिकेशन पुलिस ऑनलाइन ही कर लेगी.

अखिलेश वी वारियर, SP
author img

By

Published : Jul 7, 2019, 12:36 PM IST

चतरा: आचरण प्रमाण पत्र और पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए थानों का चक्कर लगाने वालों के लिए राहत भरी खबर है. अब उन्हें किसी भी तरह के प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए थाना नहीं जाना पड़ेगा. पुलिस अब घर बैठे उनके दस्तावेजों का सत्यापन कर संबंधित विभागों को रिपोर्ट कर सकेगी.

देखे पूरी खबर


पुलिस संबंधित आवेदकों और व्यक्तियों के घर परिवार के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच कर स्वतः उसे अधोहस्ताक्षरी को वापस भेज देंगे. ताकि सही समय पर आवेदकों को जरूरत के मुताबिक उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज निर्गत हो सके. एसपी ने कहा कि इस सॉफ्टवेयर के आने से न सिर्फ भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा, बल्कि पुलिस पदाधिकारी भी प्रबलता से काम कर सकेंगे.


एसपी अखिलेश वी वारियर ने बताया कि सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से सरकार ने आईसीजीएस नामक सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है. इस सॉफ्टवेयर में आवेदकों का नाम और पता दर्ज करते ही वेरिफिकेशन अथॉरिटी यानी कि पुलिस पदाधिकारी उनका क्रिमिनल रिकॉर्ड चेक कर सकेंगीं.


एसपी ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर में अगर आवेदक का क्रिमिनल रिकॉर्ड नजर आता है, तो उसे अंकित करते हुए पुलिस पदाधिकारी संबंधित कार्यालय को भेज देंगे. जिससे न सिर्फ क्रिमिनल रिकॉर्ड वालों को दस्तावेज निर्गत कराने में परेशानी होगी, बल्कि पुलिस पदाधिकारियों को भी दस्तावेज वेरिफिकेशन में सहूलियत मिलेगी.


एसपी ने बताया कि आईसीजीएस सॉफ्टवेयर में देश भर के विभिन्न थानों में दर्ज मामले अपडेट होंगे. ताकि पुलिस पदाधिकारियों को किसी भी परिस्थिति में क्रिमिनल रिकॉर्ड सत्यापन करने में परेशानी नहीं हो. सुपरवाइज अथॉरिटी आईसीजीएस सॉफ्टवेयर का उपयोग नियमों के अनुसार करते हैं, तो लोगों को थानों का चक्कर लगाने से छुटकारा जरूर मिल जाएगा.

चतरा: आचरण प्रमाण पत्र और पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए थानों का चक्कर लगाने वालों के लिए राहत भरी खबर है. अब उन्हें किसी भी तरह के प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए थाना नहीं जाना पड़ेगा. पुलिस अब घर बैठे उनके दस्तावेजों का सत्यापन कर संबंधित विभागों को रिपोर्ट कर सकेगी.

देखे पूरी खबर


पुलिस संबंधित आवेदकों और व्यक्तियों के घर परिवार के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच कर स्वतः उसे अधोहस्ताक्षरी को वापस भेज देंगे. ताकि सही समय पर आवेदकों को जरूरत के मुताबिक उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज निर्गत हो सके. एसपी ने कहा कि इस सॉफ्टवेयर के आने से न सिर्फ भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा, बल्कि पुलिस पदाधिकारी भी प्रबलता से काम कर सकेंगे.


एसपी अखिलेश वी वारियर ने बताया कि सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से सरकार ने आईसीजीएस नामक सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है. इस सॉफ्टवेयर में आवेदकों का नाम और पता दर्ज करते ही वेरिफिकेशन अथॉरिटी यानी कि पुलिस पदाधिकारी उनका क्रिमिनल रिकॉर्ड चेक कर सकेंगीं.


एसपी ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर में अगर आवेदक का क्रिमिनल रिकॉर्ड नजर आता है, तो उसे अंकित करते हुए पुलिस पदाधिकारी संबंधित कार्यालय को भेज देंगे. जिससे न सिर्फ क्रिमिनल रिकॉर्ड वालों को दस्तावेज निर्गत कराने में परेशानी होगी, बल्कि पुलिस पदाधिकारियों को भी दस्तावेज वेरिफिकेशन में सहूलियत मिलेगी.


एसपी ने बताया कि आईसीजीएस सॉफ्टवेयर में देश भर के विभिन्न थानों में दर्ज मामले अपडेट होंगे. ताकि पुलिस पदाधिकारियों को किसी भी परिस्थिति में क्रिमिनल रिकॉर्ड सत्यापन करने में परेशानी नहीं हो. सुपरवाइज अथॉरिटी आईसीजीएस सॉफ्टवेयर का उपयोग नियमों के अनुसार करते हैं, तो लोगों को थानों का चक्कर लगाने से छुटकारा जरूर मिल जाएगा.

Intro:चतरा : आचरण प्रमाण पत्र व पासपोर्ट के अलावे अन्य दस्तावेजों के पुलिसिया वेरीफिकेशन के लिए थानों का चक्कर लगाने वालों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें किसी भी तरह के प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए थाना नहीं जाना पड़ेगा। पुलिस अब घर बैठे उनके दस्तावेजों का सत्यापन कर संबंधित विभागों को रिपोर्ट करेगी। इसके तहत पुलिस संबंधित आवेदकों व व्यक्तियों के घर परिवार का क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच कर स्वतः उसे अधोहस्ताक्षरी को वापस भेज देंगे। ताकि ससमय आवेदकों को जरूरत के मुताबिक उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज निर्गत हो सके। एसपी ने कहा कि इस सॉफ्टवेयर के आने से ना सिर्फ भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा बल्कि पुलिस पदाधिकारी भी प्रबलता से काम कर सकेंगे।

बाईट : अखिलेश वी वारियर - एसपी।


Body:एसपी अखिलेश वी वारियर ने बताया कि दस्तावेज वेरीफिकेशन में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से सरकार ने आईसीजीएस नामक सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है। इस सॉफ्टवेयर में आवेदकों का नाम और पता दर्ज करते ही वेरीफिकेशन अथॉरिटी यानी कि पुलिस पदाधिकारी उनका क्रिमिनल रिकॉर्ड चेक कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस सॉफ्टवेयर में अगर आवेदक का क्रिमिनल रिकॉर्ड नजर आता है तो उसे अंकित करते हुए पुलिस पदाधिकारी संबंधित कार्यालय को भेज देंगे। जिससे न सिर्फ क्रिमिनल रिकॉर्ड वालों को दस्तावेज निर्गत कराने में परेशानी होगी बल्कि पुलिस पदाधिकारियों को भी दस्तावेज वेरिफिकेशन में सहूलियत होगा। एसपी ने बताया कि आईसीजीएस सॉफ्टवेयर में देश भर के विभिन्न थानों में दर्ज मामले अपडेट होंगे ताकि पुलिस पदाधिकारियों को किसी भी परिस्थिति में क्रिमिनल रिकॉर्ड सत्यापन में परेशानी ना हो।


Conclusion:बहरहाल आईसीजीएस सॉफ्टवेयर का पुलिस कैसे उपयोग कर पाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि अगर सुपरवाइज अथॉरिटी इसका उपयोग नियमों के अनुसार करते हैं तो लोगों को थानों का चक्कर लगाने से छुटकारा जरूर मिल जाएगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.