चतरा: हंटरगंज थाना क्षेत्र के बिहार-झारखंड सीमा पर स्थित गोसाईडीह में संचालित बैंक ऑफ इंडिया शाखा में कुछ अज्ञात अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था. चार की संख्या में अपराधियों ने करीब 23 लाख की लूट की थी. पुलिस ने इस लूटकांड से जुड़े अपराधियों की तस्वीर जारी कर दी है.
चतरा बैंक लूटकांड में अपराधियों की तस्वीर जारी
तस्वीर जारी कर पुलिस लोगों से मदद की अपील भी की है. इस मामले में एसपी अखिलेश वी वारियर ने लुटेरों कि सीसीटीवी में कैद तस्वीर को जारी करते हुए उनके धड़पकड़ को लेकर विशेष छापेमारी दल का भी गठन किया है.
सिमरिया एसडीपीओ सौरभ और चतरा एसडीपीओ वरुण रजक के नेतृत्व में अलग-अलग छापेमारी टीम सभी संभावित इलाकों में विशेष अभियान चला रही है. इसके अलावे चतरा और बिहार पुलिस के सहयोग से भी बिहार के गया समेत कई अन्य जिलों में अंतर्राज्यीय अभियान चलाने में जुटी है. एसपी ने कहा है कि लुटेरों के तस्वीर के आधार पर सभी सीमावर्ती थानों के मदद से अभियान चलाया जा रहा है.
जानिए लुटेरों ने कैसे दिया घटना को अंजाम
बैंक के अलाव आस-पास लगे सीसीटीवी से आरोपियों की छानबीन जारी है. सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई लुटेरों के चेहरे पूरी तरह से साफ दिखाई दे रहा है. सफेद और ब्लू रंग के दो टीवीएस और अपाचे गाड़ी पर आए लुटेरों ने घटना को अंजाम दिया था. लूट की घटना को अंजाम देने से पहले लुटेरों ने करीब दो घंटे तक बैंक के बाहर रेकी भी की थी. उसके बाद बैंक की शाखा खुलते ही उनमें से तीन लुटेरे हथियार लेकर शाखा में दाखिल हुए और केशियर व अन्य बैंक कर्मियों के साथ मारपीट करते हुए आयरन चेस्टर में रखें रुपए लूटकर फरार हो गए.
लुटेरों ने महज 3 से 4 मिनट में ही इतनी बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया था. उसके बाद वे लोग बाहर निकले और बाइक पर बैठकर बिहार की ओर भाग निकले. हालांकि इस दौरान घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची हंटरगंज थाना की पुलिस ने लुटेरों का पीछा करने का भी प्रयास किया था. लेकिन वे लुटेरों को दबोचने में असफल रहे थे.
बैंक कर्मियों की भूमिका पर उठ रहे सवाल
गौरतलब है कि जिस समय बैंक में लूट की घटना को अंजाम दिया गया था, उस दौरान वहां एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था. इसके बावजूद बैंक का मुख्य द्वार खोलकर कर्मियों द्वारा आयरन चेस्टर से पैसे निकाले जाने के मामले में शाखा प्रबंधक व अन्य कर्मियों की भूमिका पर भी लोगों ने सवाल खड़ा किया था. स्थानीय लोगों ने इस लूट की घटना में बैंक कर्मियों की भी भूमिका संदिग्ध बताई थी. कहा था कि मामले की निष्पक्ष जांच हुई तो चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि नियम के मुताबिक जिस समय बैंक में आयरन चेस्टर से पैसे निकालकर कैश काउंटर में रखे जाते हैं. उस दौरान बैंक के बाहर सुरक्षा कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य है साथ ही साथ बैंक का मुख्य दरवाजा भी नियम के मुताबिक बंद रखना है.