चतराः सदर थाना क्षेत्र के हफुआ गांव में एक सप्ताह पहले हुए संगम सिंह आत्महत्या मामले में नया मोड़ आया है. मामले में दोषी अंचल अधिकारी जामुन रविदास के खिलाफ कार्रवाई में हो रही देरी को लेकर ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. अंचल अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को ले ग्रामीणों ने उपायुक्त दिव्यांशु झा से मुलाकात की. इस दौरान ग्रामीणों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सत्ताधारी दल के नेताओं का भी समर्थन मिला. जिसके बाद ग्रामीणों ने डीसी को घटना से संबंधित ज्ञापन सौंपकर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए, अविलंब कार्रवाई की मांग की है.
ग्रामीणों का आरोप है कि मृतक संगम सिंह के माध्यम से अंचल अधिकारी जामुन रविदास ने भूमि दस्तावेज के लंबित कार्यों को कराने के नाम पर सैंकडों ग्रामीणों से करोड़ों रुपये की अवैध उगाही करवाई थी, लेकिन पैसे लेने के बाद भी मामले में किसी का कोई काम सीओ ने नहीं किया. जिससे संगम सिंह पर पैसे देने वाले ग्रामीण दबाव बनाने लगे. जिससे तंग आकर संगम ने गांव से बाहर आम के पेड़ में लटक कर आत्महत्या कर लिया था. लेकिन आत्महत्या से पूर्व उनसे अपने रिश्तेदारों और परिचितों को व्हाट्सएप मैसेज भेजकर उसे इस अंजाम तक पहुंचाने के लिए अंचल अधिकारी को जिम्मेवार ठहराया था. इधर सत्ताधारी दलों के नेताओं ने भी अंचल अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे रहते हुए ग्रामीणों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मामले से जल्द ही सीएम को अवगत कराया जाएगा, ताकि दोषी अंचल अधिकारी पर लगे आरोपों की उच्च स्तरीय जांच के साथ-साथ कार्रवाई हो सके.
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इधर, डीसी ने भी मामले की अपने स्तर से जांच कराते हुए दोषी पाए जाने पर अंचल अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही है. इसके अलावा कहा कि दोषी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.