चतरा: बिहार-झारखंड सीमा पर स्थित चतरा के हंटरगंज थाना क्षेत्र के गोसाईडीह में हुई बैंक लूट का मामला संदेह के घेरे में है. मामले में शाखा प्रबंधक और अन्य बैंककर्मियों की भी भूमिका संदिग्ध दिख रही है. क्योंकि जिस समय बैंक खोलकर आयरन चेस्टर से कैश निकाला जा रहा था, उस समय न तो बैंक में कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद था और न ही सुरक्षा के अन्य प्रबंध किए गए थे.
दरअसल, कर्मियों द्वारा शाखा का मुख्य द्वार खोलकर छोड़ना संदेह को और गहरा कर रहा है. जिसका फायदा उठाते हुए पूर्व से बैंक की रेकी कर रहे लुटेरे लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए. बताया जा रहा है कि बीते शुक्रवार को ही शाखा में कैश पहुंचाया गया था. जिसके बाद शनिवार को साप्ताहिक बंदी के बाद सोमवार को बैंक खुलते ही लुटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया. जिससे ये स्पष्ट होता है कि लुटेरों को ब्रांच में कैश होने की जानकारी पहले से थी.
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आश्चर्य की बात तो यह है कि प्रतिमाह करोड़ों रूपये मुनाफा कमाने वाले इस बैंक में अपना निजी सुरक्षा गार्ड तक नहीं है. प्रबंधक सीसीटीवी के सहारे बैंक का संचालन कर रहे थे.बता दें कि गोसाइंडीह स्थित बैंक ऑफ इंडिया में सोमवार को दिनदहाड़े 23 लाख रुपये की लूट हुई.