चतराः जिला में सिमरिया थाना के पुंडरा गांव से लापता मां बेटी का शव कुंआ से बरामद किया गया. महिला गांव के गोपी महतो की 20 वर्षीय पत्नी सुषमा कुमारी और उसके दस माह की पुत्री सोनाली है. ये दोनों पिछले बुधवार से लापता थे जिसकी खोजबिन की जा रही थी. घटना की सूचना मिलने के बाद मृतका के मायके वाले आक्रोशित हो उठे और जमकर हंगामा किया. सिमरिया पुलिस दोनों पक्ष को शांत कराकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चतरा भेज दिया है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतका के पति गोपी महतो और ससुर भोली महतो को गिरफ्तार कर लिया है.
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चतरा में मां और बेटी की हत्या को लेकर पुलिस ने बताया कि 11 जनवरी मंगलवार को कुंए से पटवन कर रहे लोगों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी. सूचना के बाद एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी, इंस्पेक्टर केपी चौधरी और थाना प्रभारी अविनाश कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद कुंआ से शव को बाहर निकाला. थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों के आरोप के अनुसार दो आरोपिया को गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच पड़ताल जारी है अनुसंधान में जिनकी संलिप्ता पायी जाएगी उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
महिला समेत मासूम को उतारा मौत के घाटः घटना के बाबत मिली जानकारी के अनुसार गोपी दांगी की शादी 20 मई 2020 को पथलगड़ा प्रखंड के नावाडीह डमोल निवासी प्रवील दांगी की पुत्री सुषमा के साथ हुई थी. शादी के समय सामर्थ्य के मुताबिक दहेज दिया गया था. एक वर्ष बाद सुषमा ने एक बच्ची को जन्म दिया, जिससे परिवार के लोग नाराज थे. जन्म के बाद ससुराल वाले सुषमा को प्रताड़ित करने लगे. रोज-रोज की लड़ाई के बाद प्रवील अपने रिश्तेदारों के साथ पुंडरा गांव में समधी भोला महतो, समधिन सरस्वती देवी, ननद ललिता देवी, कंचन देवी नंदोसी प्रमोद दांगी और युगेश्वर दांगी के बीच समझौता हुआ. जिसमें तत्काल बीस हजार देकर 31 दिसंबर 2021 तक पचास हजार नकद और बाइक देने पर सहमति हुई. समय पर बाइक और रुपया नहीं देने के कारण सुषमा की हत्या कर दी गयी. परिजनों ने शव को छुपाकर भागने की बात कहकर सभी को गुमराह किया. जबकि सिमरिया पुलिस के दबाव के बाद शव को कुए में फेंककर आत्महत्या का स्वरूप दिया गया. चतरा में डबल मर्डर से ग्रामीण मर्माहत हैं.