चतरा: सिमरिया विधानसभा सीट महागठबंधन कोटे के तहत कांग्रेस को मिली है. पार्टी ने यहां से भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले पूर्व विधायक योगेंद्र नाथ बैठा पर विश्वास जताते हुए उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने कहा है कि क्षेत्र की जनता उन्हें विधानसभा पहुंचाएगी.
सिमरिया विधानसभा क्षेत्र का नहीं हो सका विकास
सिमरिया सीट से दावेदारी पेश करने के बाद महागठबंधन प्रत्याशी योगेंद्र नाथ बैठा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें चुनावी रणनीति और मुद्दों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य गठन के करीब 19 साल बीत जाने के बाद भी प्राकृतिक संपदाओं से परिपूर्ण सिमरिया विधानसभा क्षेत्र का विकास नहीं हो सका है. राष्ट्रीय स्तर के कल-कारखाने यहां होने के बाद भी यहां के लोग बिजली, पानी, सिंचाई, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं.
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समस्याओं का त्वरित निष्पादन पहली प्राथमिकता
कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि सिमरिया विधानसभा को 15 साल पहले जहां छोड़ा गया था. आज भी वहीं खड़ा है. किसी भी जनप्रतिनिधि ने इसके विकास में अपनी दिलचस्पी नहीं दिखाई है. उन्होंने कहा कि वे जनता की अदालत में पेश हो चुके हैं, अगर उन्हें लोगों का आशीर्वाद प्राप्त होता है तो उनकी समस्याओं का त्वरित निष्पादन उनकी पहली प्राथमिकता होगी. खासतौर पर मूलभूत सुविधाएं बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
क्षेत्र का नहीं हुआ विकास
कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि लंबे समय से सिमरिया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली भाजपा ने क्षेत्र को विनाश की राह पर खड़ा कर दिया है. यहां भाजपा का विधायक होने के बाद भी देश और प्रदेश के डबल इंजन की सरकार ने सिमरिया विधानसभा क्षेत्र का विकास नहीं किया. यहां के अनमोल कोयले से देश-प्रदेश रौशन हो रहे हैं, लेकिन सिमरिया आज भी डिबरी युग में जी रहा है.
रघुवर के अत्याचार से त्रस्त है जनता
योगेंद्र नाथ बैठा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास के अत्याचार से जनता त्रस्त है. प्रदेश में जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन तो हो रहा है, लेकिन उसका फायदा अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंच रहा है. ऐसे में अपने अधिकारों की मांग करने वाले गरीबों और मुस्लिमों पर सरकार लाठियां बरसा कर उनके साथ अत्याचार कर रही है. महागठबंधन प्रत्याशी ने कहा कि अपने अधिकारों की मांग करने वाले पारा शिक्षकों और आंगनबाड़ी सेविकाओं पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज का जवाब जनता वोट से देगी.
जनता की मांग के बाद पेश की है दावेदारी
योगेंद्र नाथ बैठा ने कहा कि भाजपा के विकास विरोधी नीतियों और सिद्धांतों को अब जनता बखूबी जान चुकी है. ऐसे में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की राजनीति करने वाली भजपा और उसके प्रत्याशी के विरुद्ध आम लोगों की मांग पर सिमरिया के दंगल में उन्होंने अपनी दावेदारी पेश की है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन से योगेंद्र नाथ बैठा नहीं, बल्कि सिमरिया की जनता चुनाव लड़ रही है. यहां सत्ता बनाम गरीबों के बीच मुकाबला है. इस बार गरीब मतदाता सत्ता के नशे में चूर लोगों को मुंहतोड़ जवाब जरूर देगी.
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सिमरिया का कर चुके हैं प्रतिनिधित्व
बता दें कि योगेंद्र नाथ बैठा सिमरिया के विधायक रह चुके हैं. वे साल 2000 में राजद के टिकट पर चुनाव जीते थे, लेकिन 2005 के विधानसभा चुनाव में वे हार गए थे. उसके बाद राजद छोड़ टिकट की आस में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था, लेकिन वहां उन्हें न तो टिकट मिली और न ही वे दोबारा विधानसभा पहुंच सके. इस बार भी उन्होंने भाजपा से टिकट की दावेदारी पेश की थी, लेकिन नकारात्मक जवाब मिलने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया.