चतरा: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के तहत चतरा संसदीय क्षेत्र में भाजपा ने बागी निर्दलीय प्रत्याशी पर कार्रवाई कर सियासी पारा सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है. पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद बगावती तेवर अपनाते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पर्चा दाखिल करने वाले भाजपा के कद्दावर नेता राजेंद्र साहू पर आखिरकार पार्टी ने कार्रवाई कर दिया है.
'मतदाताओं की भावनाओं पर कुठाराघात'
भाजपा ने पार्टी विरोधी कार्य करने के आरोप में राजेंद्र साहू को छह साल के लिए संगठन से निष्कासित कर दिया. इधर, भाजपा की इस कार्रवाई पर राजेंद्र साहू ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने पहले स्थानीय प्रत्याशी को टिकट न देकर बड़ी गलती की थी और अब मुझे दल से निष्कासित कर मतदाताओं की भावनाओं पर कुठाराघात किया है.
'निष्कासित करना मेरे लिए अमृतबाण साबित होगा'
उन्होंने कहा कि संगठन द्वारा निष्कासित करना मेरे लिए अमृतबाण साबित होगा. अब मतदाता पैराशूट प्रत्याशी उतारने वाली पार्टी को मुंहतोड़ जवाब देंगे. राजेंद्र ने कहा कि उनका मकसद चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करना है. दल क्या करता है, क्या कर रहा है और क्या करेगा इसकी चिंता नहीं है.
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'मैं इसे स्वीकार नहीं करता'
राजेंद्र साहू ने कहा कि भाजपा ने मुझे निष्कासित किया है, लेकिन मैं इसे स्वीकार नहीं करता. कल भी भाजपा के साथ था, आज भी हूं और कल भी रहूंगा. राजेंद्र ने कहा कि स्थानीय प्रत्याशी को टिकट नहीं देने का खामियाजा मुख्यमंत्री भाजपा के पैराशूट प्रत्याशी के नामांकन के दौरान भुगत चुके हैं. उन्हें आम लोगों के विरोध के कारण निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से बाहर निकलने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी.