चतरा: जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. ईटीवी भारत ने 'सुपुर्द-ए-खाक के इंतजार में विदेश में पड़ा नईमुद्दीन के शव' की खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद परिजनों की मुरादें पूरी हो गई हैं. सामाजिक कार्यकर्ताओं और अधिकारियों के मदद से सऊदी अरब में पड़े नईमुद्दीन के शव की वतन वापसी हो गई है.
बता दें कि देर रात नईमुद्दीन का शव उनके पैतृक गांव कान्हाचट्टी प्रखंड के इस्लामपुर गांव पहुंचा. यहां पहुंचने के बाद बीते एक सप्ताह से उनके आखरी दीदार को व्याकुल परिजनों की तमन्ना पूरी हुई. जिसके बाद मुस्लिम रीति-रिवाज से गांव के कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. इस दौरान नईमुद्दीन के परिजनों ने मामले को प्रमुखता से उठाने और शव को विदेश से वापस वतन की सरजमीं पर लाने के लिए ईटीवी भारत की टीम को बधाई दी.
मौके पर परिजनों ने बताया कि बीते14 जुलाई को नईमुद्दीन रोजगार की तलाश में सऊदी अरब गए थे. रियाद इलाके में नईमुद्दीन की मौत हार्ट अटैक से हो गई थी. इसकी सूचना उन्हें 15 जुलाई को मिली. सूचना मिलने के बाद से परिजन लगातार विदेश मंत्रालय और कार्यालयों का चक्कर काट कर थक चुके थे. पैसे और पैरवी की कमी के कारण नईमुद्दीन के शव को भारत नहीं ला पा रहे थे. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम के द्वारा मामले को जोरदार तरीके से उठाया गया.
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ईटीवी भारत द्वारा खबर चलाए जाने के बाद उन्हें सामाजिक कार्यकर्ताओं और अधिकारियों का साथ मिला. जिसके बाद विदेशी सरजमीं पर पड़े न सिर्फ नईमुद्दीन के शव को वतन में दो गज जमीन नसीब हुई, बल्कि परिजनों के उनके दीदार की आखरी मुराद भी पूरी हो गई. परिजनों ने यह भी कहा कि अगर ईटीवी भारत इस मामले को गंभीरता से नहीं उठाता तो शायद नईमुद्दीन का शव वापस वतन नहीं लौट पाता.