चतरा: डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है, लेकिन जब डॉक्टर इंसान को जिंदगी देने के बजाय मौत देने लगे तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है. दरअसल, चतरा सदर अस्पताल में सदर प्रखंड के खाप गांव निवासी राजू भारती की पत्नी और दुधमुंही बच्ची को सांप (करैत) ने काट लिया.
दोनों को आनन-फानन में उपचार के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां उस समय ड्यूटी पर डॉक्टर राजीव रंजन तैनात थे. उन्होंने सांप के न काटने की बात कहकर पीड़ित का उपचार करने के बजाय डांट फटकार कर भगा दिया.
डॉक्टर ने इलाज करने से किया इनकार
इस दौरान परिजन गुहार लगाते रहे पर डॉ राजीव रंजन ने उपचार नहीं किया. ऐसे में घर जाते-जाते इलाज के अभाव में मासूम की मौत हो गई. गांव पहुंचने पर स्थानीय लोगों के समझाने के बाद राजू भारती दोबारा अपनी पत्नी को उपचार के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंचा, तब तक रोस्टर बदल गया था. ड्यूटी पर तैनात डॉ अरविंद केशरी ने महिला का उपचार करना शुरू कर दिया.
ये भी पढ़ें- गिरिडीह: जमीन विवाद में हिंसक झड़प, एक की मौत, 8 घायल
विवादों में रहे हैं डॉक्टर राजीव रंजन
डॉक्टर अरविंद केशरी ने बताया कि महिला का उपचार किया जा रहा है, अगर स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो बेहतर इलाज के लिए बाहर भेजा जा सकता है. वहीं, पूर्व मुखिया मो. इकबाल ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण बच्ची की जान चली गई.
उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से डॉक्टर राजीव रंजन को हटाने की मांग की है. डॉ राजीव रंजन का विवादों से हमेशा रिश्ता रहा है. उनके ड्यूटी अवधि में आए दिन मरीजों के साथ दुर्व्यवहार और बदसलूकी के मामले सामने आते रहते हैं.