चतरा: प्रदेश के चर्चित सलमान मर्डर केस मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस के फर्जी एनकाउंटर में मारे गए सलमान के परिजनों ने चतरा पुलिस के बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी सीबीआई पर मामले को पैसे और पैरवी के बल पर हत्यारों से मिलकर रफा-दफा करने का गंभीर आरोप लगाया है.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि हाई कोर्ट के निर्देश के बाद मामले को टेक ओवर करने वाली सीबीआई हत्यारे पुलिसकर्मियों से मिल चुकी है. आरोपियों को बचाने की नीयत से गवाहों को पैसे का लालच देकर मामले को भटकाने की कोशिश की जा रही है. सलमान के परिजनों ने सीबीआई के अधिकारियों पर बयान से नहीं मुकरने वाले गवाहों के साथ मारपीट करने और डराने धमकाने का भी गंभीर आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र अंतर्गत बहेरा राजधर गांव निवासी मो.सलमान की करीब दो साल पहले 23 जून 2017 को रमजान से एक दिन पहले चांद रात को उसके घर के पास ही गोली मारकर हत्या कर दी गई. सलमान के परिजनों ने गश्त पर निकली पिपरवार थाना पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर में हत्या करने का आरोप लगाया, जिसके बाद मामले को बढ़ता देख सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा की. इसके बाद परिजनों के फर्द बयान पर थाना प्रभारी बिनोद सिंह, एएसआई प्रेम कुमार मिश्रा और आर्म्स गार्ड रवि राम समेत पांच पुलिसकर्मियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया.
इसके साथ ही मौके से आरोपी सिपाही रवि को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद रवि ने हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की. जेल में बंद आरोपी सिपाही की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई से कराने का निर्देश राज्य सरकार को दिया. जिसके बाद बीती 11 जनवरी को सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की. हालांकि सीबीआई जांच प्रक्रिया पर भी सलमान के परिजनों ने सवाल खड़ा कर दिया है.
मृतक के परिजनों का कहना है कि सीबीआई के पूर्व अधिकारी मामले की निष्पक्षता से जांच कर रहे थे, लेकिन हत्यारों के दबाव में जांच को प्रभावित करते हुए हत्यारों को मदद करने की नियत से उनका तबादला कर दिया गया. इसके बाद से सीबीआई के नए अधिकारी परिजनों और गवाहों को परेशान कर रहे हैं, जिससे परेशान परिजनों और ग्रामीणों ने जांच के लिए पहुंची सीबीआई टीम का विरोध किया.