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क्लास 12, क्लास रूम दो, स्टूडेंट 700 और शिक्षक सात, कैसे मिले क्वालिटी एजुकेशन - प्रतापपुर प्रखंड में कौरा गांव

चतरा के प्रतापपुर प्रखंड के कौरा गांव में प्लस टू स्कूल बदहाल है. स्कूल की 12 कक्षाओं के 700 बच्चे दो कमरों में पढ़ाई करने के लिए विवश हैं. स्कूल में शिक्षक भी दो ही हैं. ऐसे में यहां की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

700 hundred students in two class room in a school of chatara
प्रतापपुर प्रखंड के कौरा गांव में प्लस टू स्कूल
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Published : Dec 23, 2020, 1:18 PM IST

Updated : Dec 24, 2020, 9:30 AM IST

चतराः शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है, लेकिन ऐसा लगता है अधिकार देना सरकार की प्राथमिकता में नहीं है, तभी तो सरकारी स्कूल आज बेहाल और बदहाल हैं. स्कूलों में न बैठने की व्यवस्था है और न ही पर्याप्त शिक्षक हैं. बुनियादी सुविधाओं का तो भगवान ही मालिक है. आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि चतरा के प्रतापपुर प्रखंड के कौरा गांव में प्लस टू स्कूल में एक से 12 तक की कक्षा के लिए सिर्फ दो ही कमरे हैं. वो भी जीर्णशीर्ण. 9 साल पहले नक्सलियों ने स्कूल भवन के एक हिस्से को उड़ा दिया था, तब से इसे बनवाने की किसी ने सुध नहीं ली.

देखें स्पेशल खबर

स्कूल के एक शिक्षक मंगलानंद शर्मा बताते हैं कि इस स्कूल में 700 बच्चे पंजीकृत हैं पर स्कूल भवन में पढ़ाई के लिए मात्र दो कमरे होने से दिक्कत होती है. यहां शिक्षकों की संख्या भी सिर्फ 7 है. इन सात शिक्षकों के भरोसे एक से 12 तक की कक्षाएं संचालित करना काफी मुश्किल काम है. इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में दिक्कत होती है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2010/ 11 के आसपास एक नक्सली वारदात में नक्सलियों ने इस स्कूल भवन के कई हिस्सों को उड़ा दिया था. इसके बाद से आज तक भवन का जीर्णोद्धार नहीं कराय गया.

ये भी पढ़ें-कोरोना ने कराया पॉलिटेक्निक कॉलेज का सेशन लेट, सीट खाली रहने की आशंका पढ़ाई पर भी असमंजस

खुले आसमान के नीचे पढ़ाई के लिए विवश

एक अभिभावक रोशन विश्वकर्मा बताते हैं कमरे के अभाव में बच्चे खुले आसमान और पेड़ के नीचे पढ़ाई करने पर विवश हैं. वहीं इस स्कूल की चाहरदीवारी भी नहीं है. इससे सुरक्षा व्यवस्था भी ठीक नहीं है. स्कूल प्रबंधन को भी इससे मुश्किल का सामना करना पड़ता है. कई बार इस मामले के संदर्भ में अधिकारियों को लिखा गया पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.

दूसरा प्लस टू स्कूल 16 किलोमीटर दूर

प्रतापपुर प्रखंड के इस स्कूल में बुनियादी सुविधा की यह हालत तब है, जब प्रखंड में दो ही प्लस टू स्कूल हैं. वहीं दूसरा स्कूल कौरा गांव के इस स्कूल से 16 किलोमीटर दूर है. इधर सरकार ने 21 दिसंबर से स्कूलों को खोलने का आदेश दे दिया है. कोविड 19 के इस दौर में गाइडलाइन का पालन करते हुए बिना सुविधा के यहां पढ़ाई कैसे होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. इस संबंध में चतरा के उपायुक्त दिव्यांशु झा ने बताया कि स्कूल के भवन निर्माण का प्राक्कलन जल्द ही तैयार कराकर इस दिशा में काम कराया जाएगा. उन्होंने एक वर्ष के अंदर स्कूल भवन के निर्माण कार्य को पूरा कराने का भरोसा दिलाया.

चतराः शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है, लेकिन ऐसा लगता है अधिकार देना सरकार की प्राथमिकता में नहीं है, तभी तो सरकारी स्कूल आज बेहाल और बदहाल हैं. स्कूलों में न बैठने की व्यवस्था है और न ही पर्याप्त शिक्षक हैं. बुनियादी सुविधाओं का तो भगवान ही मालिक है. आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि चतरा के प्रतापपुर प्रखंड के कौरा गांव में प्लस टू स्कूल में एक से 12 तक की कक्षा के लिए सिर्फ दो ही कमरे हैं. वो भी जीर्णशीर्ण. 9 साल पहले नक्सलियों ने स्कूल भवन के एक हिस्से को उड़ा दिया था, तब से इसे बनवाने की किसी ने सुध नहीं ली.

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स्कूल के एक शिक्षक मंगलानंद शर्मा बताते हैं कि इस स्कूल में 700 बच्चे पंजीकृत हैं पर स्कूल भवन में पढ़ाई के लिए मात्र दो कमरे होने से दिक्कत होती है. यहां शिक्षकों की संख्या भी सिर्फ 7 है. इन सात शिक्षकों के भरोसे एक से 12 तक की कक्षाएं संचालित करना काफी मुश्किल काम है. इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में दिक्कत होती है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2010/ 11 के आसपास एक नक्सली वारदात में नक्सलियों ने इस स्कूल भवन के कई हिस्सों को उड़ा दिया था. इसके बाद से आज तक भवन का जीर्णोद्धार नहीं कराय गया.

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खुले आसमान के नीचे पढ़ाई के लिए विवश

एक अभिभावक रोशन विश्वकर्मा बताते हैं कमरे के अभाव में बच्चे खुले आसमान और पेड़ के नीचे पढ़ाई करने पर विवश हैं. वहीं इस स्कूल की चाहरदीवारी भी नहीं है. इससे सुरक्षा व्यवस्था भी ठीक नहीं है. स्कूल प्रबंधन को भी इससे मुश्किल का सामना करना पड़ता है. कई बार इस मामले के संदर्भ में अधिकारियों को लिखा गया पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.

दूसरा प्लस टू स्कूल 16 किलोमीटर दूर

प्रतापपुर प्रखंड के इस स्कूल में बुनियादी सुविधा की यह हालत तब है, जब प्रखंड में दो ही प्लस टू स्कूल हैं. वहीं दूसरा स्कूल कौरा गांव के इस स्कूल से 16 किलोमीटर दूर है. इधर सरकार ने 21 दिसंबर से स्कूलों को खोलने का आदेश दे दिया है. कोविड 19 के इस दौर में गाइडलाइन का पालन करते हुए बिना सुविधा के यहां पढ़ाई कैसे होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. इस संबंध में चतरा के उपायुक्त दिव्यांशु झा ने बताया कि स्कूल के भवन निर्माण का प्राक्कलन जल्द ही तैयार कराकर इस दिशा में काम कराया जाएगा. उन्होंने एक वर्ष के अंदर स्कूल भवन के निर्माण कार्य को पूरा कराने का भरोसा दिलाया.

Last Updated : Dec 24, 2020, 9:30 AM IST
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