चतरा: संसदीय क्षेत्र प्रदेश में हॉट सीट बन गया है. लोकसभा क्षेत्र के रूप में अपनी पहचान रखने वाला चतरा अब खास वजहों के लिए चर्चित है. यूपीए और एनडीए दोनों गुटों मे अंतर्कलह के कारण यह सीट न सिर्फ दलों के लिए सिरदर्द बन गया. बल्कि प्रत्याशियों की भी नींद उड़ा कर रख दी है. इस सीट पर न सिर्फ महागठबंधन बिखर गया है बल्कि भाजपा में भी फूट पड़ गई है.
महागठबंधन के खाते से कांग्रेस को मिली इस सीट पर राजद ने अपना प्रत्याशी उतार कर अलग राह अख्तियार कर लिया है. वहीं भाजपा प्रत्याशी सुनील सिंह के विरोध में पार्टी दिग्गजों ने ही नामांकन भर कर पार्टी और प्रत्याशी की बेचैनी बढ़ा दी है. चौथे चरण के मतदान के नामांकन के अंतिम दिन भाजपा प्रत्याशी के विरोध में दो अन्य पार्टी दिग्गजों ने नामांकन पर्चा दाखिल किया.
वहीं, पार्टी से टिकट नहीं मिलने से हताश लातेहार के जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा के दिग्गज नेता राजेंद्र साहू और विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता नंदलाल केसरी ने भाजपा प्रत्याशी सुनील सिंह के विरोध नामांकन पर्चा दाखिल किया. मौके पर नामांकन करने वाले प्रत्याशियों ने कहा कि भाजपा ने न सिर्फ कार्यकर्ताओं को छलने का काम किया है. बल्कि समाज और विकास से कोसों दूर रहने वाले सांसद सुनील सिंह को पुनः प्रत्याशी बनाकर आम जनमानस के भावनाओं को आघात पहुंचा है.
उन्होंने कहा कि विक्षुब्ध नेताओं ने कहा कि भाजपा के इस निर्णय से न सिर्फ पार्टी की छवि धूमिल हुई है. बल्कि कार्यकर्ताओं की अनदेखी और अंतर कलह खुला सतह पर आ गया है. नामांकन करने वाले प्रत्याशियों ने कहा कि पार्टी से कचरा हटाना उनका मुख्य उद्देश्य है. विकास विरोधी समाज से दूर रहने वाले भाजपा प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव जीतकर यह लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करेंगे.