चतरा/सिमरिया: देश की प्रमुख कोयला कंपनी इस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड इसीएल ने आगाह किया है कि अगर कोयला माफिया और अवैध कारोबारियों पर लगाम नहीं कसा गया तो आने वाले दिनों में पूरे देश में गंभीर बिजली संकट पैदा हो सकती है. इसे चेतावनी के रूप में लेते हुए सचेत होने की जरूरत है.
कोयला बेचने का गोरख धंधा
टंडवा पुलिस ने एक बार फिर फर्जी कागजात से कोयला बेचने वाले एक गिरोह का उद्भेदन किया है. पुलिस ने गिरोह के दस सदस्यों को गिरफ्तार किया है और तीन ट्रक कोयला जब्त किया है. जानकारी के अनुसार, मगध आम्रपाली कोल परियोजना से कोल माफिया सीसीएलकर्मी की मिलीभगत से लंबे समय से फर्जी कागजात बनाकर कोयला बेचने का गोरख धंधा चला रहे थे.
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सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान
इसके पूर्व भी ऐसे खुलासे होते रहे हैं. लेकिन इस अवैध धंधे में शामिल मुख्य सरगना पकड़ में नहीं आया, जिसके कारण कोयले का काला खेल बदस्तूर जारी था और सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा था.
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चेकिंग अभियान में सफलता
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अवैध कोयला लदे तीन ट्रक चालक सहित दस लोगों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का उद्भेदन किया है. फर्जी कागजात से कोयला लोड कर चेक पोस्ट एक से निकलकर सिमरिया-चतरा की ओर जा रहा था. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आशुतोष सत्यम के निर्देश पर टंडवा-सिमरिया मुख्य मार्ग पर स्थित मिश्रौल गांव में चेकिंग अभियान चलाया गया. जिसमें पुलिस को सफलता मिली.