धनबाद: कोयलांचल में कई सालों से जमा पड़े कोयले के जले मलबे से दो महिलाएं कोयला चुनकर निकल रही थी. इस दौरान अचानक दोनों महिलाओं के ऊपर मलबा गिर गया. मलबे में दबकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मरने वाली महिलाएं सुशीला देवी और कलावती कुमारी रिश्ते में भाभी और ननद थी.
सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक ढुल्लू महतो ने मौके पर पहुंचकर अपनी मौजूदगी में शवों को मलबे से बाहर निकलवाया. बताया जा रहा कि जेलगोड़ा में कई साल पहले बीसीसीएल के द्वारा हार्डकोक भट्ठे का संचालन किया जाता था. इसके ब्वायलर में कच्चे कोयले को पकाकर हार्डकोक बनाया जाता था. जले हुए कोयले का मलबा यहां कई सालों से पड़ा है. मलबे में हार्डकोक के छोटे-छोटे टुकड़े निकालकर लोग बाजारों में बेचते हैं, जिससे यह सलबा एक सुरंग में तब्दील हो गया है.
इन हार्डकोक के टुकड़ों को दोनों महिलाए यहां से निकाल रही थी. इस दौरान मलबा इन दोनों के ऊपर गिर गया और दोनों उस मलबे में दब गए. घटना में एक अन्य के घायल होने की भी सूचना है, लेकिन फिलहाल कोई भी बताने से कतरा रहा है.
बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने इस घटना के लिए बीसीसीएल को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ. उन्होंने सरकार और बीसीसीएल से मृतक के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग की है.