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जाली शपथ पत्र बनाने वाले दो युवक हिरासत में, SDM कर रही पूछताछ - fake affidavit

जिले में जाली शपथ का बनाने वालों का धंधा चल रहा था. जिसकी जानकारी होते ही मामले में दो लोगों को पकड़कर एसडीएम के हवाले कर दिया गया है. फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है.

नकली शपथ बनाने वाले पकड़ाए
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Published : Jun 12, 2019, 1:54 AM IST

धनबाद: जिले में मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत जाली शपथ पत्र बनाने का एक मामला सामने आया है. मामले में कार्रवाई कर जाली शपथ पत्र बनाने वाले टाइपिस्ट और एक वेंडर को पकड़कर एसडीएम कार्यालय ले जाया गया. जहां एसडीएम के द्वारा मामले की जांच की जा रही है.

विमल कुमार, पीड़ित

बताया जा रहा कि आधार कार्ड में त्रुटि को ठीक कराने के लिए तेतुलमारी के रहनेवाले विमल कुमार को मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत शपथ पत्र बनवाना था. जिसके लिए उसने एसडीओ कैंपस में बैठने वाले टाइपिस्ट रजनीश कुमार राउत और उसके साथी से मिले. उन दोनों ने शपथ पत्र के लिए विमल से 210 रुपए लिए. रुपए लेने के बाद विमल को कुछ महीने बाद दोनों ने मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत शपथ पत्र बनाकर विमल को सौंप दिया.

लेकिन जब वह इस शपथ को लेकर अपने काम मे उपयोग लाने के लिए कार्यालय पहुंचे. जहां शपथ पत्र को जाली करार दे दिया गया. कार्यालय में जाली की बात सुनकर वह हैरान रह गया. वहीं, उसने कुछ लोगों के साथ मिलकर शपथ पत्र बनाने वाले को बुलाया और दोनों को एसडीएम कैंपस से पकड़कर एसडीएम कार्यालय ले गए. जहां फिलहाल एसडीएम मामले की जांच पड़ताल कर रही है.

धनबाद: जिले में मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत जाली शपथ पत्र बनाने का एक मामला सामने आया है. मामले में कार्रवाई कर जाली शपथ पत्र बनाने वाले टाइपिस्ट और एक वेंडर को पकड़कर एसडीएम कार्यालय ले जाया गया. जहां एसडीएम के द्वारा मामले की जांच की जा रही है.

विमल कुमार, पीड़ित

बताया जा रहा कि आधार कार्ड में त्रुटि को ठीक कराने के लिए तेतुलमारी के रहनेवाले विमल कुमार को मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत शपथ पत्र बनवाना था. जिसके लिए उसने एसडीओ कैंपस में बैठने वाले टाइपिस्ट रजनीश कुमार राउत और उसके साथी से मिले. उन दोनों ने शपथ पत्र के लिए विमल से 210 रुपए लिए. रुपए लेने के बाद विमल को कुछ महीने बाद दोनों ने मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत शपथ पत्र बनाकर विमल को सौंप दिया.

लेकिन जब वह इस शपथ को लेकर अपने काम मे उपयोग लाने के लिए कार्यालय पहुंचे. जहां शपथ पत्र को जाली करार दे दिया गया. कार्यालय में जाली की बात सुनकर वह हैरान रह गया. वहीं, उसने कुछ लोगों के साथ मिलकर शपथ पत्र बनाने वाले को बुलाया और दोनों को एसडीएम कैंपस से पकड़कर एसडीएम कार्यालय ले गए. जहां फिलहाल एसडीएम मामले की जांच पड़ताल कर रही है.

Intro:धनबाद।मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत जाली शपथ पत्र बनाने का मामला जिले में प्रकाश में आया है।जाली शपथ पत्र बनाने वाले टाइपिस्ट और एक भेंडर को को पकड़ एसडीएम कार्यालय ले गए।एसडीएम के द्वारा मामले की जांच की जा रही है।


Body:आधार कार्ड में त्रुटि को ठीक कराने के लिए तेतुलमारी के रहनेवाले विमल कुमार को मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत शपथ पत्र बनवाना था।उसने इसके लिए एसडीओ कैंपस में बैठने वाले टाइपिस्ट रजनीश कुमार राउत व उसके साथी से मिले।उन दोनों ने शपथ पत्र के लिए विमल से 210 रुपए लिए।रुपए लेने के बाद विमल को कुछ महीने बाद दोनों ने मजिस्ट्रेट द्वारा निर्गत शपथ पत्र बनाकर विमल को सौप दिया।लेकिन जब वह इस शपथ को लेकर अपने काम मे उपयोग लाने के लिए कार्यालय पहुँचे तब शपथ पत्र को जाली करार दे दिया गया।कार्यालय में जाली की बात सुनकर वह हैरान रह गया।विमल ने अपने कुछ लोगों को बुलाया और एसडीएम कैंपस से दोनों को पकड़कर एसडीएम कार्यालय ले गए।फिलहाल एसडीएम मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं।


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