रांची: बिरसा मुंडा की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने के विरोध में आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाए गए रांची बंद आंशिक असर राजधानी में देखा जा रहा है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के बीच शहर के लगभग सभी दुकानें खुली हुई हैं. वहीं वाहनों का परिचालन भी सामान्य रूप से हो रहा है लंबी दूरी की बसें भी बस स्टैंड से आ-जा रही हैं. सड़कों पर इक्का-दुक्का ही बंद समर्थक देखे गए.
आदिवासी संगठनों के रांची बंद को लेकर शुक्रवार देर रात ही रांची एसएसपी ने सभी थानेदारों और डीएसपी कक एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाकर शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने की रणनीति बना ली थी. शनिवार सुबह से ही रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता लगातार राजधानी में घूम-घूमकर सुरक्षा का जायजा लेते नजर आए. रांची एसएसपी कंट्रोल रूम में बैठकर सीसीटीवी से भी शहर का मुआयना कर रहे हैं.
सख्ती से निपटेगी पुलिस
एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि बंद के दौरान उपद्रव करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी. तोडफ़ोड़ करने वाले सीधे गिरफ्तार किए जाएंगे, उन्हें जेल भेजा जाएगा. साथ ही बंद करने वाले संगठनों से किसी भी प्रकार की निजी या सरकारी संपत्ति का नुकसान करने पर हर्जाना वसूला जाएगा.
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हर चौक-चौराहे पर पुलिस मुस्तैद
बंद की सुरक्षा को लेकर पूरे शहर में 2000 से अधिक पुलिस बलों की तैनाती की गई है. इसमें रांची जिला बल के अलावा चार रैफ की कंपनी, जैप व आइआरबी के जवान तैनात किये गए हैं. सभी थानों में क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) प्रतिनियुक्त किए गए हैं, जबकि डीसी की ओर से करीब 100 मजिस्ट्रेटों की प्रतिनियुक्ति की गई है.
सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी
बंद के दौरान शहर में लगी सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है. कंट्रोल रूम में इसके लिए विशेष तैनाती की है. कैमरे के जरिए भी उपद्रव करते दिखे, तो उपद्रवी सीधे गिरफ्तार कर लिए जाएंगे.