रांची: बेंगलुरु में तीन दिवसीय साउथ एशिया थ्रो बॉल चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था. जिसमें झारखंड के खिलाड़ी अमरदीप कुमार ने इस प्रतियोगिता में भारत को स्वर्ण पदक दिलाकर भारत सहित झारखंड का भी नाम रोशन किया. रविवार को अमरदीप कुमार रांची लौटे, जहां थ्रो बॉल के अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों ने उनका स्वागत किया.
27 से 29 मार्च तक आयोजित इस टूर्नामेंट में भाग लेने के बाद और स्वर्ण पदक दिलाकर भारत का नाम रोशन करके रविवार को अमरदीप कुमार रांची लौटे. इस दौरान थ्रो बॉल के अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों ने उनका जोरदार स्वागत किया.
मां-बाप कर्ज लेकर भेजते है देश-विदेश
देश का नाम रोशन करने के बाद अपने बेटे को एयरपोर्ट पर रिसीव करने आए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अमरदीप कुमार के माता पिता ने कहा कि वह अपने बेटे को प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए कर्ज पर पैसा लेकर देश-विदेश भेजते हैं. जिस कारण वह आर्थिक रूप से कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं. बता दें कि अमरदीप के पिता सब्जी बेचने का काम करते हैं, जबकि वह खुद ड्राइविंग करके परिवार का भरण पोषण करते हैं.
अमरदीप की सरकार से मांग
अमरदीप कुमार ने कहा कि हमने अपने प्रयास से हमेशा ही देश का नाम रोशन करने की कोशिश की है. लेकिन सरकार के द्वारा थ्रो-बॉल प्रतियोगिता के साथ अन्य खेलों में उदासीनता की वजह से खिलाड़ियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अमरदीप ने कहा कि वह झारखंड सरकार से अपील करते हैं कि यहां थ्रोबॉल के खिलाड़ियों को बेहतर संसाधन दें ताकि आने वाले समय में खिलाड़ी और बेहतर प्रदर्शन कर सकें और देश के नाम को खेल की दुनिया में आगे बढ़ाएं.
थ्रोबॉल के खिलाड़ियों की कद्र नहीं
वहीं, राष्ट्र स्तर के खिलाड़ी देवव्रत ने कहा कि जिस प्रकार से अन्य खेलों को झारखंड सरकार के द्वारा बेहतर संसाधन दिया जाता है. उस तरह थ्रो बॉल के खेल में भी हम लोगों को संसाधन दें. क्योंकि आज अन्य राज्यों में थ्रो बॉल के खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाता है. लेकिन हमारे राज्य में थ्रोबॉल के खिलाड़ियों की कोई कद्र नहीं है.