रांची: धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के 119वीं शहादत दिवस के मौके पर झारखंड के सभी आम और खास लोग भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते नजर आए. इसी को लेकर सुबोधकांत सहाय और आजसू के प्रवक्ता देवशरण भगत ने भी कोकर स्थित बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित और माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.
श्रद्धांजलि अर्पित करने आए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि बिरसा मुंडा की शहादत दिवस पर हम लोग अपना श्रद्धा सुमन चढ़ाकर भगवान बिरसा मुंडा को नमन करते हैं. उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा ने क्विट इंडिया मूवमेंट से पहले ही अंग्रेजों के दांत खट्टे किए थे.
साथ ही उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड मूल रूप से शहीदों का स्थल रहा है, जहां पर कितने गुमनाम शहीद हुए हैं, लेकिन राज्य के गठन के बाद पिछले 19 वर्षों में अभी तक शहीदों को सामने लाने का काम सरकार नहीं कर पाई है. बिरसा मुंडा भगवान जिस सोने के राज्य की कल्पना कर रहे थे, लेकिन वर्तमान सरकार अभी तक उसको साकार नहीं कर पाई है.
उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जिस राज्य में भूख से 20 लोगों से ज्यादा की मौत हो जाती है, उस राज्य में आदिवासी संस्कृति और परंपरा को कैसे बचाया जा सकता है. वहीं पिछले दिनों कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं के बीच झड़प को लेकर सुबोधकांत सहाय ने कहा कि ऐसी घटना दोबारा न हो और हम उम्मीद करते हैं की पार्टी में हो रहे विरोध के स्वर को भी बेहतर तरीके से सुना जाए.