रांचीः झारखंड विकास मोर्चा ने राजधानी के हरमू मैदान में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कार्यकर्ता महासम्मेलन का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में रांची लोकसभा अंतर्गत आने वाले सभी 6 विधानसभा के कार्यकर्ता शामिल हुए. सम्मेलन में महागठबंधन की झलक देखने को मिली. मंच पर कांग्रेस नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय भी नजर आये.
जेवीएम के द्वारा आयोजित रांची लोकसभा कार्यकर्ता महासम्मेलन में जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी, महासचिव बंधु तिर्की, कांग्रेस के वरीय नेता सुबोधकांत सहाय सहित जेवीएम के कई वरिष्ठ नेता मंच पर उपस्थित रहे. कार्यक्रम के दौरान केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार को उखाड़ फेंकने को लेकर कार्यकर्ताओं में उर्जा भरने का काम किया गया. बारी बारी से नेता अपने संबोधन में बीजेपी सरकार को झारखंड सहित पूरे देश से उखाड़ फेंकने को लेकर ऊर्जावान भाषण देते नजर आए.
सुबोधकांत सहाय ने अपने भाषण में कहा कि भाजपा के द्वारा लगातार झारखंड में आदिवासी दलितों के साथ शोषण किया जा रहा है. उनकी जमीनों को लूटा जा रहा है. बीजेपी विकास के मुद्दों के लिए जनता के पास नहीं जाती है. चुनाव आते ही समाज में हिंसा भड़काने का माहौल खड़ा कर देती है. आज इस मैदान में इकट्ठे जेवीएम के कार्यकर्ताओं को देखकर ऐसा लग रहा है कि झारखंड से बीजेपी को उखाड़ फेंकने का काम किया जाएगा. साथ ही सुबोधकांत सहाय ने कहा कि झारखंड में अगर महागठबंधन हो रहा है तो उसमें सबसे बड़ा रोल जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी का है. उन्हीं के अथक प्रयास से झारखंड में महागठबंधन की रूपरेखा तैयार हो गयी है.
कार्यक्रम में सुबोधकांत सहाय के शामिल होने के बारे में जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में उनको बुलाया गया था. जिस कारण वह आए थे. साथ ही केंद्र सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री केवल शिलान्यास कर रहे हैं. 4 साल बीत गए हैं, लेकिन विकास कहीं भी देखने को नहीं मिला है. आने वाले लोकसभा चुनाव में निश्चित तौर पर महागठबंधन की सरकार बनेगी. राज्य से लेकर केंद्र तक बीजेपी को उखाड़ फेंकने का काम किया जाएगा.