ETV Bharat / state

रांची में रामनवमी पर दिखा सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल, जुलूस में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने की शिरकत - रांची

भारत सांप्रदायिक एकता और भाईचारे का देश है. इसी की एक झलक दिखी रामनवमी के दौरान.

सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल
author img

By

Published : Apr 14, 2019, 9:04 AM IST

रांचीः देश भर में रामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया. जय श्रीराम के जयकारे से पूरा माहौल गुंजायमान रहा. राजधानी रांची में भी विभिन्न अखाड़ों ने भव्य जुलूस निकाले. इस दौरान सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल भी दिखा.

सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल


राजधानी में रामनवमी का उल्लास सिर्फ हिंदुओं में ही नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोगों में भी देखा गया. मुस्लिम समुदाय के लोग राजधानी रांची के विभिन्न जगहों पर शिविर लगा कर जुलूस में शामिल लोगों को फल और शरबत बांटकर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश फैलाते दिखे.


इसको लेकर मोहम्मद इस्लाम बताते हैं कि रामनवमी के अवसर पर हम यह संदेश देना चाहते हैं कि भारतवर्ष जाति, धर्म का देश नहीं बल्कि भाईचारा, प्रेम और एकता का देश है. हमारी संस्कृति और तहजीब का एक हिस्सा यहां के विभिन्न संस्कृति को आपस में मिलाता है. सभी धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर खुशियां मनाते हैं. यह एकता का परिचायक है.

वहीं अंजुमन इस्लामिया हॉस्पिटल के सचिव मोहम्मद सज्जाद बताते हैं कि हम लोग खास करके रामनवमी जैसे पर्व में अपना निशुल्क स्वास्थ्य केंद्र लगाते हैं. ताकि हिंदू समाज के लोग जो जुलूस में शामिल हुए हैं, उन्हें स्वास्थ्य सुविधा आराम से मिल सके.

वहीं हिंदपीढ़ी निवासी उमर भाई बताते हैं कि एक वक्त था जब रामनवमी में लोग बाहर निकलने से डरते थे, लेकिन आज हम लोगों ने अपने प्यार मोहब्बत के कारण ये मिसाल कायम किया है कि रामनवमी ही नहीं बल्कि दीपावली, छठ, दुर्गा पूजा, मोहर्रम, ईद, बकरीद जैसे पर्व में हम सभी लोग मिलजुल कर अपने सांप्रदायिक सौहार्द को बनाये रखते हैं.

रांचीः देश भर में रामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया. जय श्रीराम के जयकारे से पूरा माहौल गुंजायमान रहा. राजधानी रांची में भी विभिन्न अखाड़ों ने भव्य जुलूस निकाले. इस दौरान सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल भी दिखा.

सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल


राजधानी में रामनवमी का उल्लास सिर्फ हिंदुओं में ही नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोगों में भी देखा गया. मुस्लिम समुदाय के लोग राजधानी रांची के विभिन्न जगहों पर शिविर लगा कर जुलूस में शामिल लोगों को फल और शरबत बांटकर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश फैलाते दिखे.


इसको लेकर मोहम्मद इस्लाम बताते हैं कि रामनवमी के अवसर पर हम यह संदेश देना चाहते हैं कि भारतवर्ष जाति, धर्म का देश नहीं बल्कि भाईचारा, प्रेम और एकता का देश है. हमारी संस्कृति और तहजीब का एक हिस्सा यहां के विभिन्न संस्कृति को आपस में मिलाता है. सभी धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर खुशियां मनाते हैं. यह एकता का परिचायक है.

वहीं अंजुमन इस्लामिया हॉस्पिटल के सचिव मोहम्मद सज्जाद बताते हैं कि हम लोग खास करके रामनवमी जैसे पर्व में अपना निशुल्क स्वास्थ्य केंद्र लगाते हैं. ताकि हिंदू समाज के लोग जो जुलूस में शामिल हुए हैं, उन्हें स्वास्थ्य सुविधा आराम से मिल सके.

वहीं हिंदपीढ़ी निवासी उमर भाई बताते हैं कि एक वक्त था जब रामनवमी में लोग बाहर निकलने से डरते थे, लेकिन आज हम लोगों ने अपने प्यार मोहब्बत के कारण ये मिसाल कायम किया है कि रामनवमी ही नहीं बल्कि दीपावली, छठ, दुर्गा पूजा, मोहर्रम, ईद, बकरीद जैसे पर्व में हम सभी लोग मिलजुल कर अपने सांप्रदायिक सौहार्द को बनाये रखते हैं.

Intro:रांची
हितेश

आज पूरा देश में रामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है इसी को लेकर रांची में भी रामनवमी पर्व को लेकर हर्षोल्लास का माहौल बना हुआ है।

राजधानी में रामनवमी का उल्लास सिर्फ हिंदुओं में ही नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोगों में भी देखी जा रही है। मुस्लिम समुदाय के लोग राजधानी रांची के विभिन्न जगहों पर शिविर लगा कर और जुलूस में शामिल लोगों को फल और शरबत बांटकर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश फैला रहे हैं।


Body:इसको लेकर मोहम्मद इस्लाम बताते हैं कि आज रामनवमी के अवसर पर सर्व धर्म सद्भावना समिति सामाजिक मंच के तत्वाधान में हम यह संदेश देना चाहते हैं कि भारतवर्ष जाति धर्म का देश नहीं बल्कि भाईचारा, प्रेम और एकता का देश है। हमारी संस्कृति और तहजीब का एक हिस्सा यहां के विभिन्न संस्कृति को आपस में मिलाता है सभी धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर खुशियां मनाते हैं ।यह एकता का परिचायक है हम अपनी संस्कृति एकता को स्थापित करने के लिए पूरे देश में इस समिति के माध्यम से संदेश देना चाहते हैं।

वहीं अंजुमन इस्लामिया हॉस्पिटल के सचिव मोहम्मद सज्जाद बताते हैं कि हम लोग खास करके रामनवमी जैसे पर्व में अपना निशुल्क स्वास्थ्य केंद्र लगाते हैं ताकि हिंदू समाज के लोगों जो जुलूस में शामिल हुए हैं उन्हें स्वास्थ्य सुविधा आराम से मिल सके और इस निशुल्क स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से हम पूरे समाज और देश में यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत में गंगा जमुना की तहजीब बहती है और इस परंपरा को हम हमेशा बनाए रखें।

वहीं हिन्द पीढ़ी निवासी उमर भाई बताते हैं कि एक वक्त था जब रामनवमी में लोग बाहर निकलने से डरते थे लेकिन आज हम लोगों ने अपने प्यार मोहब्बत के कारण ये मिसाल कायम किया है कि रामनवमी ही नहीं बल्कि दीपावली, छठ, दुर्गा पूजा, मुहर्रम, ईद, बकरीद जैसे पर्व में हम सभी लोग मिलजुल कर अपने सांप्रदायिक सौहार्द को बनाये रखते हैं।


Conclusion:गौरतलब है कि रामनवमी पर्व में मुस्लिम समुदाय के लोगों का इस तरह बढ़ चढ़कर आगे आना, जो देश और समाज के लिए संप्रदायिक सौहार्द का एक मिसाल कायम करती है।

ईटीवी भारत के लिए हितेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.