रांचीः देश भर में रामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया. जय श्रीराम के जयकारे से पूरा माहौल गुंजायमान रहा. राजधानी रांची में भी विभिन्न अखाड़ों ने भव्य जुलूस निकाले. इस दौरान सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल भी दिखा.
राजधानी में रामनवमी का उल्लास सिर्फ हिंदुओं में ही नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोगों में भी देखा गया. मुस्लिम समुदाय के लोग राजधानी रांची के विभिन्न जगहों पर शिविर लगा कर जुलूस में शामिल लोगों को फल और शरबत बांटकर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश फैलाते दिखे.
इसको लेकर मोहम्मद इस्लाम बताते हैं कि रामनवमी के अवसर पर हम यह संदेश देना चाहते हैं कि भारतवर्ष जाति, धर्म का देश नहीं बल्कि भाईचारा, प्रेम और एकता का देश है. हमारी संस्कृति और तहजीब का एक हिस्सा यहां के विभिन्न संस्कृति को आपस में मिलाता है. सभी धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर खुशियां मनाते हैं. यह एकता का परिचायक है.
वहीं अंजुमन इस्लामिया हॉस्पिटल के सचिव मोहम्मद सज्जाद बताते हैं कि हम लोग खास करके रामनवमी जैसे पर्व में अपना निशुल्क स्वास्थ्य केंद्र लगाते हैं. ताकि हिंदू समाज के लोग जो जुलूस में शामिल हुए हैं, उन्हें स्वास्थ्य सुविधा आराम से मिल सके.
वहीं हिंदपीढ़ी निवासी उमर भाई बताते हैं कि एक वक्त था जब रामनवमी में लोग बाहर निकलने से डरते थे, लेकिन आज हम लोगों ने अपने प्यार मोहब्बत के कारण ये मिसाल कायम किया है कि रामनवमी ही नहीं बल्कि दीपावली, छठ, दुर्गा पूजा, मोहर्रम, ईद, बकरीद जैसे पर्व में हम सभी लोग मिलजुल कर अपने सांप्रदायिक सौहार्द को बनाये रखते हैं.