रांची: राज्य का प्रशासन सही ढंग से चलाने में पुलिस प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. ऐसे में अत्याधुनिक संसाधन भी आंतरिक सुरक्षा में पुलिस के काफी मददगार साबित होते हैं. रांची पुलिस बेड़े में अत्याधुनिक संसाधनों से लैस 50 बाइक को शामिल किया गया है. टाइगर जवानों के लिए यह बाइक होंडा मोटर के सहयोग से CSR फंड के तहत दिया गया है. इन बाइक को उन क्षेत्रों में लगाए जाएंगे, जहां फिलहाल टाइगर मोबाइल के जवान तैनात नहीं हैं.
बीट पेट्रोलिंग टीम और टाइगर मोबाइल के लिए इस्तेमाल होगी बाइक
रांची रेंज के डीआईजी होमकर अमोल वीनूकांत ने कहा कि रेस्पोंसिबल पुलिसिंग देने की हमारी पूरजोर कोशिश है. नए संसाधन से विधि व्यवस्था को बनाए रखने में मदद मिलेगी. होंडा में कई और प्रस्ताव दिए गए हैं जो महत्वपूर्ण हैं. वे भविष्य में पुलिस के काम में आएंगे. अब किसी भी घटना की सूचना पर नजदीकी टाइगर मोबाइल को जल्दी मौके पर भेजने में सहुलियत होगी.
जीपीएस से युक्त है बाइक
सभी टाइगर बाइक में जीपीएस लगा हुआ है. इससे कौन टाइगर मोबाइल कहां है इसकी निगरानी हो सकेगी. टाइगर मोबाइल के लोकेशन की जानकारी एसएसपी, सिटी एसपी और शहरी क्षेत्र के सभी डीएसपी के मोबाइल पर आएगा. इससे वरीय पदाधिकारियों को निर्देश देने में सहुलियत होगी. अगर टाइगर मोबाइल 30 मिनट से ज्यादा देर तक एक जगर रुकेगा तो इसका अलर्ट वरीय पदाधिकारियों के मोबाइल आ जाएगा. इस पर उक्त टाइगर मोबाइल से वरीय पुलिस पदाधिकारी कारण भी पूछ सकते हैं. अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उस पर कार्रवाई भी की जा सकती है.
क्विक रिस्पांस टीम में भी रखे जाएंगे बाइक
रांची डीआईजी के अनुसार कुछ बाइकों को क्विक रिस्पांस टीम में भी शामिल किया जाएगा. शहर में अगर कहीं कानून की स्थिति खराब होती है और बड़े वाहनों के जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तो ऐसे में बाइक के जरिए ही क्विक रिस्पांस टीम को मौके पर भेजकर पुलिस एक्शन ले सकती है.