रांची: रांची संसदीय सीट से भाजपा का प्रतिनिधित्व करते आ रहे रामटहल चौधरी अब जान चुके हैं कि उन्हें इस बार बीजेपी से टिकट नहीं मिलने वाला है. हमारे वरिष्ठ सहयोगी राजेश कुमार सिंह ने रामटहल चौधरी से रांची सीट को लेकर बन रहे राजनीतिक समीकरण पर चर्चा की. उन्होंने खुले तौर पर कहा कि वह अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और जीत कर दिखाएंगे.
रामटहल चौधरी से यह पूछा गया कि आखिर किस वजह से उनका टिकट काटा जा रहा है. इस सवाल के जवाब में उन्होंने मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर उनकी ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोग अहंकार में डूब गए हैं और साजिश के तहत जनसंघ से जुड़े पुराने लोगों को अलग-थलग करने में जुटे हुए हैं. रामटहल चौधरी ने कहा कि रात-दिन मेहनत करने के बाद उन्होंने रांची सीट को नंबर वन बनाया था. इसके बावजूद उनके साथ साजिश की गई. उन्होंने कहा कि आज भाजपा में किसी का राय विचार नहीं चलता है.
उन्होंने कहा कि हमने पारा शिक्षकों का मामला और स्कूलों के मर्जर के मामले को भी उठाया. रामटहल चौधरी ने कहा कि एक समय गांव-गांव में स्कूल खोलने की बात हो रही थी लेकिन झारखंड के सरकार ने मर्जर के नाम पर स्कूलों को बंद कर दिया. राम लाल चौधरी ने कहा कि जिस तरीके से वरिष्ठ नेताओं को अलग-थलग किया जा रहा है. इसका सबसे ज्यादा असर इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा. उन्होंने रांची लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर संभावित उम्मीदवार आदित्य साहू पर भी टिप्पणी की. बता दें कि रामटहल चौधरी 5 बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं.