रांची: पांचवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम की अगुवाई करने रांची आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची प्रवास के दौरान खाना नहीं खा सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब सवा 9 घंटे तक रांची की धरती पर रहेंगे लेकिन इस दौरान अन्न का दाना ग्रहण नहीं करेंगे. अब सवाल है कि क्यों और ऐसा किसने कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रांची में खाना नहीं खाने का ये सवाल संयोग और तर्क की बुनियाद पर है. 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साक्षात्कार पर गौर करें तो यह समझने के लिए काफी है कि वह खानपान के मामले में बेहद अनुशासित हैं. प्रधानमंत्री खुद कई बार कह चुके हैं कि वह डिनर में हल्का और सादा भोजन पसंद करते हैं.
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रांची में डिनर नहीं करेंगे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची में डिनर क्यों नहीं लेंगे, इसकी वजह साफ है. संसद का सत्र चल रहा है और प्रधानमंत्री ने 20 जून को ही सांसदों को डिनर पर बुलाया है. दिल्ली में डिनर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची के लिए उड़ान भरेंगे और भगवान बिरसा की धरती पर शेड्यूल्ड टाइम के मुताबिक रात 10 बजकर 40 मिनट पर लैंड करेंगे. एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत होगा. इसके बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से राजभवन के लिए निकलेंगे और करीब रात 11 बजकर 5 मिनट पर पहुंचेंगे. जाहिर है दिल्ली में डिनर कर चुके प्रधानमंत्री रांची में इतनी रात शायद ही कुछ लें.
ब्रेकफास्ट पर भी संशय
पूरी रात राज भवन में रहने के बाद 21 जून की सुबह प्रधानमंत्री नाश्ते में अन्न का दाना ग्रहण क्यों नहीं करेंगे, इसके पीछे का तर्क भी बेहद साफ और सुलझा हुआ है. पूर्व में मीडिया से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री कई बार कह चुके हैं कि मॉर्निंग टी में उनकी कोई रुचि नहीं है. आमतौर पर सुबह के वक्त फ्रेश होने के बाद प्रधानमंत्री योग क्रिया करते हैं. इसके बाद ही नाश्ते में कुछ लेते हैं. चूंकि 21 जून को प्रधानमंत्री को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम की अगुवाई करनी है, लिहाजा सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर राजभवन से प्रभात तारा मैदान के लिए रवाना हो जाएंगे. प्रभात तारा मैदान में करीब 45 मिनट तक आम लोगों के साथ योगासन के बाद सड़क मार्ग से एयरपोर्ट पहुंचकर सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर विशेष विमान से दिल्ली के लिए उड़ान भर देंगे.
जाहिर सी बात है कि इस दौरान प्रधानमंत्री रांची में नाश्ता ग्रहण नहीं कर पाएंगे. लिहाजा इन तमाम तर्कों के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद सवा 9 घंटे के प्रथम रांची प्रवास के दौरान पीएम मोदी अन्न का दाना ग्रहण नहीं करेंगे.