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झारखंड के पहले चरण के चुनाव में CRPF जवानों की तैनाती, 114 कंपनियों रखेगी पैनी नजर

इलेक्शन के मद्देनजर झारखंड में सीआरपीएफ के जवानों ने सुरक्षा को लेकर कमर कस ली है. सीआरपीएफ के 114 कंपनियां झारखंड के पहले चरण के चुनाव में तैनात रहेगी.

सीआरपीएफ जवान
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Published : Apr 19, 2019, 10:18 AM IST

रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर जवानों को तैनात किया जा रहा है. इसे लेकर सीआरपीएफ के तिरिल कमांडेंट कैलाश आर्या ने बताया कि झारखंड में शांतिपूर्वक तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ, आइटीबीपी, एसएसबी के 114 कंपनियों को तैनात की गई है. ताकि लोकसभा चुनाव में सुरक्षा की दृष्टि से किसी तरह की कोई चूक ना हो.

जानकारी देते कैलाश आर्या

ये भी पढ़ें- रांची: अपर बाजार के सुंदर वस्त्रालय में लगी भीषण आग, सभी सुरिक्षत

कैलाश आर्या ने कहा कि झारखंड के पहले चरण के लिए चतरा, पलामू, लोहरदगा में सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान रखा गया है. चतरा में सीआरपीएफ की 13 कंपनी तैनात की गई है. पलामू में 14 सीआरपीएफ की कंपनी तैनात की गई है. लातेहार को अति नक्सल प्रभावित इलाका देखते हुए 33 सीआरपीएफ की कंपनियों को तैनात किया गया है.

वहीं, गुमला में सीआरपीएफ के 8 कंपनी तैनात हुई है. आइटीबीपी के पांच और सीमा सुरक्षा बल के चार कंपनियों को तैनात किया गया है. लोहरदगा में सीआरपीएफ के 8 कंपनी और एसएसबी के छह कंपनी को तैनात की गई है. गढ़वा को भी अति नक्सल प्रभावित इलाका मानते हुए सीआरपीएफ के 14 कंपनियां और बीएसएफ की पांच कंपनियों को तैनात की गई है.

कैलाश आर्या ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से जवानों को तैनात करने के साथ-साथ जंगली इलाके और अति नक्सल प्रभावित इलाकों में सीआरपीएफ और बीएसएफ के द्वारा समय-समय पर सघन चेकिंग अभियान भी चलाई जा रही है. बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के सटे इलाकों में भी सीमा सुरक्षा बल और बीएसएफ द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है. ताकि किसी भी तरह का कोई गलत मूवमेंट ना हो सके.

गौरतलब है कि झारखंड को अति नक्सल प्रभावित इलाके के रूप में देखा जाता है. इसीलिए चुनाव के समय यहां पर सुरक्षा के लिहाज से विशेष ध्यान रखा जाएगा. ताकि नक्सलवाद विचारधारा के लोग किसी तरह की कोई सुरक्षा में सेंधमारी ना कर सके.

रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर जवानों को तैनात किया जा रहा है. इसे लेकर सीआरपीएफ के तिरिल कमांडेंट कैलाश आर्या ने बताया कि झारखंड में शांतिपूर्वक तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ, आइटीबीपी, एसएसबी के 114 कंपनियों को तैनात की गई है. ताकि लोकसभा चुनाव में सुरक्षा की दृष्टि से किसी तरह की कोई चूक ना हो.

जानकारी देते कैलाश आर्या

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कैलाश आर्या ने कहा कि झारखंड के पहले चरण के लिए चतरा, पलामू, लोहरदगा में सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान रखा गया है. चतरा में सीआरपीएफ की 13 कंपनी तैनात की गई है. पलामू में 14 सीआरपीएफ की कंपनी तैनात की गई है. लातेहार को अति नक्सल प्रभावित इलाका देखते हुए 33 सीआरपीएफ की कंपनियों को तैनात किया गया है.

वहीं, गुमला में सीआरपीएफ के 8 कंपनी तैनात हुई है. आइटीबीपी के पांच और सीमा सुरक्षा बल के चार कंपनियों को तैनात किया गया है. लोहरदगा में सीआरपीएफ के 8 कंपनी और एसएसबी के छह कंपनी को तैनात की गई है. गढ़वा को भी अति नक्सल प्रभावित इलाका मानते हुए सीआरपीएफ के 14 कंपनियां और बीएसएफ की पांच कंपनियों को तैनात की गई है.

कैलाश आर्या ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से जवानों को तैनात करने के साथ-साथ जंगली इलाके और अति नक्सल प्रभावित इलाकों में सीआरपीएफ और बीएसएफ के द्वारा समय-समय पर सघन चेकिंग अभियान भी चलाई जा रही है. बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के सटे इलाकों में भी सीमा सुरक्षा बल और बीएसएफ द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है. ताकि किसी भी तरह का कोई गलत मूवमेंट ना हो सके.

गौरतलब है कि झारखंड को अति नक्सल प्रभावित इलाके के रूप में देखा जाता है. इसीलिए चुनाव के समय यहां पर सुरक्षा के लिहाज से विशेष ध्यान रखा जाएगा. ताकि नक्सलवाद विचारधारा के लोग किसी तरह की कोई सुरक्षा में सेंधमारी ना कर सके.

Intro:रांची
हितेश

देश के लोकतंत्र के महापर्व को लेकर सीआरपीएफ की टीम ने कमर कस ली है।

लोकसभा चुनाव को लेकर सीआरपीएफ,सीमा सुरक्षा बल, आइटीबीपी और बीएसएफ के जवानों को तैनात किया जा रहा है।

इसको लेकर सीआरपीएफ के तिरिल कमांडेंट कैलाश आर्या बताते हैं कि झारखंड में शांतिपूर्वक तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ, आइटीबीपी, एसएसबी के 114 कंपनियों को तैनात की गई है ताकि लोकसभा चुनाव में सुरक्षा की दृष्टि से किसी तरह की कोई चूक ना हो।


Body:वहीं उन्होंने बताया कि झारखंड के पहले चरण के लिए चतरा, पलामू, लोहरदगा में सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान रखा गया है।

चतरा में सीआरपीएफ के 13 कंपनियों को तैनात की गई है, पलामू में 14 सीआरपीएफ की कंपनी को तैनात की गई है। लातेहार को अति नक्सल प्रभावित इलाका देखते हुए 33 सीआरपीएफ की कंपनियों को तैनात किया गया है, वहीं गुमला में सीआरपीएफ के 8 कंपनी तैनात हुई है आइटीबीपी के पांच और सीमा सुरक्षा बल के चार कंपनियों को तैनात किया गया है, वहीं लोहरदगा में सीआरपीएफ के 8 कंपनी और एसएसबी के छह कंपनी को तैनात की गई है। गढ़वा को भी अति नक्सल प्रभावित इलाका मानते हुए सीआरपीएफ के 14 कंपनियां और बीएसएफ की पांच कंपनियों को तैनात की गई है।

साथ ही उन्होंने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से जवानों को तैनात करने के साथ-साथ जंगली इलाके और अति नक्सल प्रभावित इलाकों में सीआरपीएफ और बीएसएफ के द्वारा समय-समय पर सघन चेकिंग अभियान भी चलाई जा रही है और बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा के सटे इलाकों में भी सीमा सुरक्षा बल एवं बीएसएफ के द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी तरह का कोई गलत लोगों का मूवमेंट ना हो सके।

गौरतलब है कि झारखंड को अति नक्सल प्रभावित इलाका के रूप में देखा जाता है इसीलिए चुनाव के समय यहां पर सुरक्षा के लिहाज से विशेष ध्यान रखा जाएगा ताकि नक्सलवाद विचारधारा के लोग किसी तरह की कोई सुरक्षा में सेंधमारी ना कर सके।

बाइट-कैलाश आर्या, कमांडेंट सीआरपीएफ।


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