रांची: राजधानी के चुटिया इलाके से सुधाकरण के भाई बी नारायणा और उसके बिजनेस पार्टनर रहे सत्यनरायण रेड्डी के पास से 30 अगस्त 2017 को 25 लाख रुपये और आधा किलो सोना बरामद किया गया था. अब इस मामले में एनआईए की टीम सरेंडर कर चुके एक करोड़ के इनामी नक्सली नेता सुधाकरण और उसकी पत्नी नीलिमा से पूछताछ करेगी.
30 अगस्त 2017 को रांची के तत्कालीन एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को सूचना मिली थी कि झारखंड में नक्सलियों की कमान संभाल रहे एक करोड़ के इनामी नक्सली सुधाकरण का भाई एक बड़ी रकम लेकर तेलंगाना जाने वाला है. इस सूचना पर पुलिस की कई टीमों स्टेशन से लेकर स्टेशन के आने जाने वाले रास्ते में दबिश लगा बैठी थी. जिसका फायदा पुलिस को हुआ और 25 लाख रुपए और आधा किलो सोना के साथ सुधाकरण का भाई और उसका सहयोगी सत्यनारायण रेड्डी गिरफ्तार कर लिए गए.
एनआईए ने केस किया टेकओवर
रांची पुलिस के बाद इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी. एनआईए ने सुधाकरण के भाई बी नारायणा और उसके बिजनेस पार्टनर है सत्यनरायण रेड्डी के खिलाफ चार्जशीट दायर किया था. एनआईए ने इस मामले में तीन नक्सलियों सुधाकरण, नीलिमा और बिरजू गंजू को फरार बताते हुए चार्जशीट फाइल किया था. इसी बीच सुधाकरण और नीलिमा ने तेलंगाना में सरेंडर कर दिया ऐसे में अब एनआईए लेवी के पैसों की बरामदगी के इस मामले में पूछताछ करेगी. सुधाकर के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का एक मामला भी छत्तीसगढ़ में दर्ज है, जिसकी जांच एनआईए के द्वारा की जा रही है. इस कांड में भी माओवादी नेता रहे सुधाकरण से पूछताछ की जाएगी.
संगठन का बताया था पैसा
तेलंगाना में सरेंडर करने के बाद जब सुधाकरण से पूछा गया था कि रांची में बरामद पैसे किसके हैं तो उसने इसे संगठन का पैसा बताया था. जबकि जिस समय पैसे की बरामदगी हुई थी उस समय यह पूछताछ में यह बात सामने आई थी कि सुधाकरण ने ही पैसे लेवी के माध्यम से वसूले थे, जिसे वह बिजनेस में लगाने के लिए तेलंगाना भेज रहा था. हालांकि अब सुधाकरण और नीलिमा दोनों सरेंडर कर चुके हैं.