रांची: झारखंड पुलिस के द्वारा लोकसभा चुनाव में सुरक्षा को लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी है. पुलिस के द्वारा चुनाव में पांच हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाएगा. पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों का इस बाबत एविएशन के अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं.
झारखंड पुलिस लोकसभा चुनाव को सुरक्षित संपन्न करवाने के लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ एयर कॉबिंग और चुनाव के दौरान अति संवेदनशील बूथों तक मतदानकर्मियों को पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करेगी. पुलिस मुख्यालय के द्वारा सभी जिलों से अति संवेदनशील बूथों की जानकारी मांगी गई है. जहां हेलीकॉप्टर के जरिए मतदान कर्मियों को पहुंचाया जाएगा. हालांकि झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान एमएल मीणा के अनुसार हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करना चुनाव में सुरक्षा को लेकर खास रणनीति का हिस्सा है. प्लान को सार्वजनिक करना जरूरी नहीं है लेकिन चुनाव में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाएगा और उसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
लगातार हो रही है समन्वय बैठक
झारखंड पुलिस के अधिकारी पड़ोसी राज्यों के साथ भी लगातार बैठकर कर रहे हैं. इस दौरान जमशेदपुर में कोल्हान डीआईजी कुलदीप द्विवेदी ने एक अहम बैठक इसी सप्ताह की है. जिसमें झारखंड बंगाल और उड़ीसा के पुलिस अधिकारी और सीआरपीएफ के अधिकारी शामिल हुए थे. इसी तरह की बैठक पलामू, हजारीबाग और दुमका रेंज में भी होनी है. इन बैठकों में बिहार पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों के साथ चुनाव के पूर्व बैठक कर चुनाव को सुरक्षित संपन्न करवाने की रणनीति तैयार की जाएगी.
शराब, पैसे और अपराधी गिरोह पर विशेष नजर
चुनाव के दौरान अवैध शराब की तस्करी सीमावर्ती इलाकों में काफी बढ़ जाती है. इसे लेकर विशेष तैयारी की गई है, पंजाब हरियाणा से आने वाली शराब की खेप पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और बंगाल पुलिस के साथ झारखंड पुलिस ने अन्तर्राजीय अपराधिक गिरोह और सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय अपराधियों की सूची एक दूसरे से साझा की है. ताकि उन्हें जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजा जा सके. चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर काला धन की आवाजाही की जा रही है इसे लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और झारखंड में अभी तक पुलिस ने एक करोड़ से अधिक रुपए जब्त किए हैं.
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नक्सलियोंके खिलाफ अभियान जारी
लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड पुलिस ने अपनी तैयारियों को साल 2018 में ही शुरू कर दिया था. 2019 आते-आते तक पुलिस नक्सलियो के खिलाफ कुछ ज्यादा ही आक्रमक हो गई और 2019 जनवरी से लेकर मार्च 2019 के बीच 15 नक्सलियों को इनकाउंटर में मार गिराया गया है. झारखंड पुलिस के आईजी अभियान आशीष बत्रा के अनुसार चुनाव को लेकर लगातार नक्सलियों और अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. अभियान में नक्सली तो मर ही जा रहे हैं उनके पास से भारी मात्रा में अब तक दर्जनों की संख्या में अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं. बरामद हथियारों में एके 47 जैसे खतरनाक हथियार भी शामिल है.
पुलिस गंभीर है - एडीजी
झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान के अनुसार झारखंड में नक्सल समस्या चुनाव के समय अपना विकराल रूप ले लेती है. यही वजह है कि लोकसभा चुनाव में इस बार भी नक्सल समस्या एक बड़ी चुनौती है. जिसे निपटने के लिए पुलिस लगातार अपने काम में जुटी हुई है. एडीजी के अनुसार चुनाव के समय हम नक्सलियों को हल्के में नहीं ले सकते हैं ।इसलिए उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है.