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अग्रवाल ब्रदर्स हत्याकांड में पुलिस की सख्त कार्रवाई, निजी न्यूज चैनल के ऑफिस की कुर्की - Lokesh Chaudhary absconding

पुलिस ने शुक्रवार को अग्रवाल ब्रदर्स हत्याकांड के आरोपी लोकेश के ऑफिस की कुर्की की है. इसस पहले बीती 7 अप्रैल को लोकेश और उसके दोस्त एमके सिंह के घर कुर्की की थी. जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनारटोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 और डोरंडा थाना क्षेत्र के हिनू शुक्ला कॉलोनी स्थित मां गायत्री अपार्टमेंट के थर्ड फ्लोर के 3-ए पर एक साथ कुर्की की कार्रवाई की गई थी.

रांची में अग्रवाल ब्रदर्स हत्याकांड में पुलिस की कार्रवाई
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Published : May 17, 2019, 11:51 PM IST

रांची: डबल मर्डर मामले में फरार चल रहे लोकेश चौधरी के रांची के अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित निजी न्यूज चैनल के कार्यालय में पुलिस ने कुर्की की है. आरोपी की दुकान से फर्नीचर, टीवी सहित कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं. हालांकि लोकेश अभी भी फरार चल रहा है.

अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची

पुलिस ने इससे पहले बीती 7 अप्रैल को लोकेश और उसके दोस्त एमके सिंह के घर कुर्की की थी. जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनारटोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 और डोरंडा थाना क्षेत्र के हिनू शुक्ला कॉलोनी स्थित मां गायत्री अपार्टमेंट के थर्ड फ्लोर के 3-ए पर एक साथ कुर्की की कार्रवाई की गई थी.

6 मार्च को गोली मारकर की गई थी हत्या

बीती 6 मार्च की शाम अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित निजी न्यूज चैनल के बंद पड़े कार्यालय में व्यवसाई हेमंत अग्रवाल और उनके सगे भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट पहुंचा. वहां से पत्नी और बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग निकला.


रुपये हड़पने के लिए की थी हत्या

लोकेश चौधरी के अंगरक्षक सुनील सिंह ने पकड़े जाने के बाद बताया कि व्यवसाई हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या लाखों रुपये हड़पने के लिए की थी. इसके लिए अपने दोस्त और बॉडीगार्ड से आईबी की फर्जी रेड कराई गई. एमके सिंह और धर्मेंद्र तिवारी ने अग्रवाल बंधुओं पर गोली चलाई. न्यूज चैनल कार्यालय में दोनों भाईयों की हत्या के बाद लोकेश, एमके सिंह और उनके दोनों अंगरक्षक सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर लेकर भाग निकले.


अब तक तीन लोग जा चुके हैं जेल

डबल मर्डर के मामले में अबतक 3 लोग जेल जा चुके हैं. बीती 19 मार्च को अंगरक्षक धर्मेंद्र तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. इससे पहले बीती 15 मार्च को सुनील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा. वहीं, 20 मार्च को चालक शंकर को पुलिस ने जेल भेजा. लोकेश और आईबी ऑफिसर बन रुपये उड़ाने की साजिश करने वाला एमके सिंह फरार है. दोनों अंगरक्षकों के हथियार भी बरामद कर लिए गए. धर्मेंद्र तिवारी के हथियार प्वांइट 315 बोर की बंदूक भोजपुर स्थित पैतृक आवास से बरामद की गई. जबकि सुनील सिंह की प्वाइंट 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर और 19 गोलियां सुनील की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद कर ली गई.

रांची: डबल मर्डर मामले में फरार चल रहे लोकेश चौधरी के रांची के अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित निजी न्यूज चैनल के कार्यालय में पुलिस ने कुर्की की है. आरोपी की दुकान से फर्नीचर, टीवी सहित कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं. हालांकि लोकेश अभी भी फरार चल रहा है.

अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची

पुलिस ने इससे पहले बीती 7 अप्रैल को लोकेश और उसके दोस्त एमके सिंह के घर कुर्की की थी. जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनारटोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 और डोरंडा थाना क्षेत्र के हिनू शुक्ला कॉलोनी स्थित मां गायत्री अपार्टमेंट के थर्ड फ्लोर के 3-ए पर एक साथ कुर्की की कार्रवाई की गई थी.

6 मार्च को गोली मारकर की गई थी हत्या

बीती 6 मार्च की शाम अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित निजी न्यूज चैनल के बंद पड़े कार्यालय में व्यवसाई हेमंत अग्रवाल और उनके सगे भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट पहुंचा. वहां से पत्नी और बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग निकला.


रुपये हड़पने के लिए की थी हत्या

लोकेश चौधरी के अंगरक्षक सुनील सिंह ने पकड़े जाने के बाद बताया कि व्यवसाई हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या लाखों रुपये हड़पने के लिए की थी. इसके लिए अपने दोस्त और बॉडीगार्ड से आईबी की फर्जी रेड कराई गई. एमके सिंह और धर्मेंद्र तिवारी ने अग्रवाल बंधुओं पर गोली चलाई. न्यूज चैनल कार्यालय में दोनों भाईयों की हत्या के बाद लोकेश, एमके सिंह और उनके दोनों अंगरक्षक सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर लेकर भाग निकले.


अब तक तीन लोग जा चुके हैं जेल

डबल मर्डर के मामले में अबतक 3 लोग जेल जा चुके हैं. बीती 19 मार्च को अंगरक्षक धर्मेंद्र तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. इससे पहले बीती 15 मार्च को सुनील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा. वहीं, 20 मार्च को चालक शंकर को पुलिस ने जेल भेजा. लोकेश और आईबी ऑफिसर बन रुपये उड़ाने की साजिश करने वाला एमके सिंह फरार है. दोनों अंगरक्षकों के हथियार भी बरामद कर लिए गए. धर्मेंद्र तिवारी के हथियार प्वांइट 315 बोर की बंदूक भोजपुर स्थित पैतृक आवास से बरामद की गई. जबकि सुनील सिंह की प्वाइंट 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर और 19 गोलियां सुनील की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद कर ली गई.

Intro:डबल मर्डर मामले में फरार चल रहे लोकेश चौधरी के रांची के अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित निजी न्यूज चैनल के कार्यालय में पुलिस ने कुर्की जब्ती की। उसके दुकान से फर्नीचर, टीवी, सहित कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इस कार्रवाई के बावजूद लोकेश फरार चल रहा है।

घर की कुर्की हो चुकी है पहले ही

पुलिस इससे पहले बीते सात अप्रैल को लोकेश और उंसके दोस्त एमके सिंह के घर पुलिस ने कुर्की जब्ती की थी। जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनारटोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 और डोरंडा थाना क्षेत्र के हिनू शुक्ला कॉलोनी स्थित मां गायत्री अपार्टमेंट के थर्ड फ्लोर के 3-ए पर एक साथ कुर्की की कार्रवाई की गई थी। घर से सारा सामान उठा लिया गया था। 


छह मार्च को गोली मारकर की गई थी हत्या

बीते छह मार्च की शाम अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित साधना न्यूज चैनल के बंद पड़े कार्यालय में व्यवसायी हेमंत अग्रवाल व उनका सगा भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट पहुंचा था। वहां से पत्नी व बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग निकला था। 


रुपये हड़पने के लिए की थी हत्या

लोकेश चौधरी का अंगरक्षक सुनील सिंह ने पकड़े जाने के बाद बताया था कि व्यवसायी हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या लाखों रुपये हड़पने के लिए की थी। इसके लिए अपने दोस्त व बॉडीगार्ड से आइबी की फर्जी रेड कराई थी। एमके सिंह और धर्मेंद्र तिवारी ने अग्रवाल बंधुओं पर गोली चलाई थी। न्यूज चैनल कार्यालय में दोनों भाईयों की हत्या के बाद लोकेश, एमके सिंह और उनके दोनों अंगरक्षक सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर लेकर भाग निकले थे। 


अब तक तीन लोग जा चुके हैं जेल

डबल मर्डर के मामले में अबतक तीन लोग जेल जा चुके हैं। बीते 19 मार्च को अंगरक्षक धर्मेंद्र तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इससे पहले बीते 15 मार्च को सुनील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वहीं 20 मार्च को चालक शंकर को पुलिस ने जेल भेजा गया था। लोकेश और आइबी ऑफिसर बन रुपये उड़ाने की साजिश करने वाला एमके सिंह फरार है। दोनों अंगरक्षकों के हथियार भी बरामद कर लिए गए थे। धर्मेंद्र तिवारी की हथियार प्वांइट 315 बोर की बंदूक भोजपुर स्थित पैतृक आवास से बरामद की गई थी। जबकि सुनील सिंह की प्वाइंट 32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर व 19 राउंड गोलियां सुनील की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद कर ली गई थी। 

बाइट - अनीश गुप्ता ,एसएसपी रांची।


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