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राजधानी के तालाबों के अस्तित्व पर खतरा! सौंदर्यीकरण से राजधानी वासियों में नाराजगी - झारखंड समाचार

रांची के करमटोली तालाब के सौंदर्यीकरण का काम जोर-शोर से चल रहा है. लेकिन आस पास के लोग सीमेंट और कंक्रीट के इस्तेमाल से परेशान दिख रहे हैं.

तालाब की स्थिति
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Published : May 11, 2019, 12:49 PM IST

रांची: गर्मी की दस्तक के साथ ही राजधानी के कई हिस्सों का जलस्तर नीचे जाने की खबरें आने लगी है. शहर का जलस्तर बरकरार रखने के लिए नगर विकास विभाग ने पिछले साल तालाबों के सौंदर्यीकरण और गहरीकरण का काम शुरू कराया था. लेकिन चौंकानेवाली बात यह है गर्मी शुरू होते ही तालाब का काम शुरू हो गया है. लोगों की मानें तो सौंदर्यीकरण के नाम पर तालाबों का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर आ गया है.

देखें पूरी खबर

राजधानी वासियों ने सौंदर्यीकरण के नाम पर डिस्लरी तलाब को अस्तित्व खत्म होते देखा. इसके बाद भी कई तालाबों को संवारने का काम जारी है. लोगों का मानना है कि कहीं करमटोली तालाब भी इतिहास के पन्नों में न देखने को मिले. क्योंकि लोग यहां हो रहे सीमेंट और कंक्रीट के प्रयोग से नाराज दिख रहे हैं. इतना ही नहीं तालाब में बाहर से प्रवेश करने वाले पानी के रास्ते को भी बंद कर दिया गया है. जिसके कारण जलाशय में भी पानी की कमी देखने को मिल रही है.

ये भी पढ़ें- रांची: घर में लगी भीषण आग, मां के साथ 5 साल के मासूम की हुई मौत

इधर, पूरे मामले पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि विकास का काम में थोड़ा समय लगता है.पहले करमटोली तालाब पर गंदे नाली का पानी, शौचालय का पानी घुसता था. अब ऐसी स्थिति नहीं है चारों तरफ घाट का निर्माण कराया जा रहा है इसका फायदा आने वाले समय में लोगों को मिलेगा.

रांची: गर्मी की दस्तक के साथ ही राजधानी के कई हिस्सों का जलस्तर नीचे जाने की खबरें आने लगी है. शहर का जलस्तर बरकरार रखने के लिए नगर विकास विभाग ने पिछले साल तालाबों के सौंदर्यीकरण और गहरीकरण का काम शुरू कराया था. लेकिन चौंकानेवाली बात यह है गर्मी शुरू होते ही तालाब का काम शुरू हो गया है. लोगों की मानें तो सौंदर्यीकरण के नाम पर तालाबों का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर आ गया है.

देखें पूरी खबर

राजधानी वासियों ने सौंदर्यीकरण के नाम पर डिस्लरी तलाब को अस्तित्व खत्म होते देखा. इसके बाद भी कई तालाबों को संवारने का काम जारी है. लोगों का मानना है कि कहीं करमटोली तालाब भी इतिहास के पन्नों में न देखने को मिले. क्योंकि लोग यहां हो रहे सीमेंट और कंक्रीट के प्रयोग से नाराज दिख रहे हैं. इतना ही नहीं तालाब में बाहर से प्रवेश करने वाले पानी के रास्ते को भी बंद कर दिया गया है. जिसके कारण जलाशय में भी पानी की कमी देखने को मिल रही है.

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इधर, पूरे मामले पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि विकास का काम में थोड़ा समय लगता है.पहले करमटोली तालाब पर गंदे नाली का पानी, शौचालय का पानी घुसता था. अब ऐसी स्थिति नहीं है चारों तरफ घाट का निर्माण कराया जा रहा है इसका फायदा आने वाले समय में लोगों को मिलेगा.

Intro:डे प्लान....स्पेशल स्टोरी

रांची
बाइट--- सीपी सिंह नगर विकास
बाइट--- स्थानीय करम टोली
बाइट--- स्थानीय करम टोली

गर्मी की दस्तक के साथ ही राजधानी रांची के कई हिस्सों का जल जल स्तर नीचे जाने की खबरें आने लगी है ,शहर का जलस्तर बरकरार रखने के लिए नगर विकास विभाग ने पिछले साल कई तालाबों का सुंदरीकरण और गहरीकरण कराया था। उसके साथ ही शहर के जर्जर स्थिति में पड़े तालाबों का सुंदरीकरण का कार्य नगर विकास विभाग द्वारा कार्य प्रक्रिया जारी है लेकिन चौंकानेवाली बात यह है गर्मी शुरू होते ही तालाब शुरू हो गया है। लोगों की मानें तो सौंदर्यीकरण के नाम पर तालाबों की अस्तित्व धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर आ गई है। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर विकास नहीं किया जा सकता है रांची के करम टोली तालाब को लेकर स्थानीय लोग चिंतित दिखाई दे रहे हैं देखिए स्पेशल रिपोर्ट


Body:जिस तरह से सुंदरीकरण के नाम पर डिस्लरी तलाब का अस्तित्व समाप्त कर दिया गया इससे लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि कहीं सुंदरीकरण के नाम पर करम टोली तालाबों का स्थिति समाप्त ना हो जाए सुंदरीकरण के कार्य में सीमेंट कंक्रीटो जैसे सामान का प्रयोग किया जा रहा है साथ ही तालाब में बाहर से प्रवेश करने वाले पानी का मार्ग बंद कर दिया गया जिसके कारण जलाशय में भी कमी देखने को मिल रहा है जब तालाब में जलस्तर कम होगी तो आसपास के क्षेत्र को भी प्रभावित करेगी लोगों की मानें तो सुंदरीकरण के नाम पर राजधानी रांची में जो तालाब है उसके अस्तित्व में भी खतरा मंडरा रहा है। नगर विकास द्वारा तालाब के सुंदरीकरण के चक्कर में पानी का लेवल भी नीचे चला गया है इस समय गर्मी में तो पानी के लिए त्राहिमाम की स्थिति है लोक पानी को तरस रहे हैं आने वाले कुछ समय के बाद इस तालाब की भी स्थिति बद से बदतर हो जाएगी


Conclusion:वहीं तालाब के सुंदरीकरण को लेकर नगर विकास मंत्री ने कहा कि विकास का कार्य धीरे धीरे ही चलता है पहले करम टोली तालाब पर गंदे नाली का पानी, शौचालय का पानी घुस जाता था। अब ऐसी स्थिति नहीं है चारों तरफ घाट का निर्माण कराया जा रहा है विकास का कार्य धीरे जरूर चलता है लेकिन आने वाले समय में लोगों को काफी फायदा पहुंचाता है।

बरहाल जो भी हो सुंदरीकरण के नाम पर जिस तरह से नगर विकास के द्वारा तालाबों में कंक्रीटो सीमेंट बालू का निर्माण कराया जा रहा है। उसे स्थानीय लोगों में तालाबों के अस्तित्व पर सवाल उठाना लाजमी है
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