रांची: गर्मी की दस्तक के साथ ही राजधानी के कई हिस्सों का जलस्तर नीचे जाने की खबरें आने लगी है. शहर का जलस्तर बरकरार रखने के लिए नगर विकास विभाग ने पिछले साल तालाबों के सौंदर्यीकरण और गहरीकरण का काम शुरू कराया था. लेकिन चौंकानेवाली बात यह है गर्मी शुरू होते ही तालाब का काम शुरू हो गया है. लोगों की मानें तो सौंदर्यीकरण के नाम पर तालाबों का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर आ गया है.
राजधानी वासियों ने सौंदर्यीकरण के नाम पर डिस्लरी तलाब को अस्तित्व खत्म होते देखा. इसके बाद भी कई तालाबों को संवारने का काम जारी है. लोगों का मानना है कि कहीं करमटोली तालाब भी इतिहास के पन्नों में न देखने को मिले. क्योंकि लोग यहां हो रहे सीमेंट और कंक्रीट के प्रयोग से नाराज दिख रहे हैं. इतना ही नहीं तालाब में बाहर से प्रवेश करने वाले पानी के रास्ते को भी बंद कर दिया गया है. जिसके कारण जलाशय में भी पानी की कमी देखने को मिल रही है.
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इधर, पूरे मामले पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि विकास का काम में थोड़ा समय लगता है.पहले करमटोली तालाब पर गंदे नाली का पानी, शौचालय का पानी घुसता था. अब ऐसी स्थिति नहीं है चारों तरफ घाट का निर्माण कराया जा रहा है इसका फायदा आने वाले समय में लोगों को मिलेगा.