रांचीः आम जनता को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) हमेशा अपने अनूठी पहल के लिए सराहा जाता रहा है. स्कूलों में लीगल लिटरेसी क्लब की बात हो या फिर यूनिवर्सिटी लोक अदालत की यह लगाकर एक साथ विश्वविद्यालयों के हजारों कर्मचारियों को लाभ दिलाने का भी काम करता आया है.
मध्यस्थता के माध्यम से दो टूटते परिवारों को मिलाने की बात करें या फिल लोक अदालत के माध्यम से सुलह समझौता कराकर मामलों का त्वरित निष्पादन की. इस बार भी झालसा ने पिछले साल से अलग हटकर कार्य करने की योजना बनाई है. जिसमें साल के प्रत्येक महीने के लिए गतिविधि तय किया गया हैं. जिसमें 'घर-घर दस्तक' कार्यक्रम खास माना जा रहा है.
आम लोगों को होगा लाभ
इसके तहत झालसा और डालसा के पैनल अधिवक्ता और पैरा लीगल वॉलेंटियर (पीएलवी) लोगों के घर-घर दस्तक देंगे. उसके अनुरूप राज्य के जिलों में स्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा ) को भी कार्य करने का निर्देश दिया गया है. इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. झालसा और डालसा के इस प्रयास से जमीनी स्तर पर गतिविधि आयोजित की जाएगी, जिससे आमलोगों को लाभ मिलेगा.
अशिक्षित और कमजोर लोग होंगे जागरूक
इसमें वैसे व्यक्तियों को विशेष रूप से लाभ मिलेगा जो समाज के अंतिम पायदान पर हैं. साथ ही जिनमें अशिक्षा का भाव है, योजना या कानून की समझ नहीं है. योजनाओं से वंचित हैं या फिर आर्थिक रूप से कमजोर हैं. 'घर घर दस्तक' के तहत झालसा और डालसा के पीएलवी और पैनल अधिवक्ता प्रत्येक घर में जाएंगे और लोगों को सरकार की योजना और विधिक सहायता प्रदान करेंगे