रांची: बिहार सरकार में मंत्री और झारखंड में भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रभारी मंगल पांडेय इन दिनों झारखंड में डेरा डाले हुए हैं. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता राजेश सिंह ने इस दौरान मंगल पांडेय से झारखंड के सियासी समीकरण को लेकर खास बातचीत की.
रांची संसदीय सीट से संजय सेठ को भाजपा उम्मीदवार बनाए जाने के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके लिए रोड शो किया. इस पर कांग्रेस ने हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने वॉक ओवर दे दिया है. हालांकि मंगल पांडेय ने भी विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि रोड शो वही करता है जिसको लोकतंत्र में जनता का समर्थन मिलता है. फिलहाल ये समर्थन नरेंद्र मोदी को मिल रहा है. उन्होंने कहा 'जब समर्थन नरेंद्र मोदी के पास है तो रोड शो राहुल गांधी थोड़े ही करेंगे.'
उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस कमजोर पार्टी है. उसके पास बिल्कुल भी जनाधार नहीं है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि रांची के तथाकथित कद्दावर नेता किसी बड़े राजनेता को बुलाकर कांग्रेस के पक्ष में रोड शो करवा लें, तो उनको अपनी राजनीतिक हैसियत का अंदाजा हो जाएगा. कांग्रेस के उम्मीदवार सुबोधकांत सहाय जब जनसंपर्क पर निकलते हैं तो सिर्फ चुनिंदा लोग ही उनके साथ होते हैं.
मंगल पांडेय ने कहा कि जब संजय सेठ के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया तो रांची की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ा. इसके साथ ही बड़ी संख्या में महिलाओं ने सड़क पर उतरकर नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया और भाजपा के उम्मीदवार को अपना समर्थन दिया.
मंगल पांडेय ने महागठबंधन को लेकर कहा कि ये महामिलावटी लोगों का गठबंधन है. इस दल में तरह-तरह के रंग बदलने वाले लोग एक साथ आ गए हैं. जनता ऐसे बहुरूपिए लोगों को अपना समर्थन नहीं देती है. चतरा संसदीय सीट पर राजद और कांग्रेस के उम्मीदवार आमने-सामने आ गए थे. इसके साथ ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग कांग्रेस से बेहद परेशान हैं और कांग्रेस के लोग जेएमएम के लोगों से परेशान हैं. अभी तक कांग्रेस और राजद ने एक साथ कोई भी मंच साझा नहीं किया. महागठबंधन के लोगों में आपसी समंजस्य ही नहीं है.
दुमका लोकसभा संसदीय सीट पर मंगल पांडेय ने बाबू लाल मरांडी और शिबू सोरेन पर तंज कसते हुए कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों को कुछ लोगों और सरकारों ने विकास की किरण से दूर रखा. इस वजह से दुमका की जनता ऐसे प्रतिनिधियों से नाराज है. उन्होंने कहा कि दुमका की जनता देख रही है कि पिछले 5 सालों में नरेंद्र मोदी की सरकार ने सभी के घरों को बिजली से रोशन कर दिया है. गांव-गांव तक सड़कें बन रही हैं. विकसित होते हुए झारखंड का आदिवासी लोगों को भी एहसास हो रहा है. इस बदलाव की वजह से मतदाता अब ऐसे सांसदों के झांसे में नहीं आने वाले हैं.