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चारा घोटाले में हैं कुल 53 मामले, पांच में लालू हैं आरोपी, जानिए कब तक आएगा उस पर फैसला

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Published : Jun 2, 2019, 1:38 PM IST

Updated : Jun 2, 2019, 2:04 PM IST

रांची में चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रिम्स की चारदीवारी में कैद है. चारा घोटाला मामले में विभिन्न कांड संख्या के तहत कुल 53 मामले दर्ज किए गए थे. जिनमें लालू प्रसाद यादव के ऊपर पांच मामले दर्ज हुए थे. मौजूदा स्थिति में 51 मामलों का निष्पादन कर दिया गया है. जबकि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में दो मामले सीबीआई के विशेष न्यायालय में अभी पेंडिंग है.

लालू प्रसाद यादव (फाइल फोटो)

रांची: बहुचर्चित चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक तरफ जहां रिम्स की चारदीवारी में कैद है. वहीं, चारा घोटाला का जिन्न अभी भी जिंदा है. यह जिन्न डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले पर अदालत में लगातार दस्तक दे रहा है. आखिर क्या है यह डोरंडा चारा घोटाला का मामला और इस पर कब आएगा फैसला. चारा घोटाला के कुल कितने मामले हैं? कोर्ट में दर्ज कितने मामलों का निष्पादन हुआ है. जानिए क्या है पूरा मामला.

देखें पूरी खबर

बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सलाखों के पीछे खड़ा कर दिया है. चाईबासा दुमका देवघर मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सलाखों के पीछे हैं. इधर बुधवार को चाईबासा के एक सप्लीमेंट्री मामले पर फैसले के साथ ही चारा घोटाला मामले से जुड़े 53 मामलों में से 51 मामलों का निष्पादन हो गया है.

ये भी पढ़ें-मनी लॉन्ड्री के आरोपी श्याम चक्रवर्ती ने किया सरेंडर, अदालत ने भेजा जेल

दरअसल, चारा घोटाला मामले में विभिन्न कांड संख्या के तहत कुल 53 मामले दर्ज किए गए थे. जिनमें लालू प्रसाद यादव के ऊपर पांच मामले दर्ज हुए थे. मौजूदा स्थिति में 51 मामलों का निष्पादन कर दिया गया है. जबकि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में दो मामले सीबीआई के विशेष न्यायालय में अभी पेंडिंग है. यह डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी चारा घोटाला का सबसे बड़ा घोटाला है. सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह के अनुसार इस मामले में लगभग 139 करोड रुपये की अवैध निकासी की गई थी. तमाम चारा घोटाला मामले के निष्पादन को लेकर 7 स्पेशल कोर्ट का गठन स्पीडी ट्रायल से हुआ है.

वहीं, चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में लालू प्रसाद सहित कई लोग आरोपी बनाए गए थे. जिनमें से 4 मामलों से जुड़े सभी दोषियों को सजा सुनाई जा चुकी है. जबकि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी का जिन्न आए दिन इस मामले से जुड़े दोषियों को कोर्ट से दस्तक दे रहा है. खासकर बिहार के पूर्व मंत्री लालू प्रसाद यादव की बात करें तो लालू प्रसाद यादव को चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के दो मामले, तो वही देवघर और दुमका के मामले पर सजा सुनाई जा चुकी है. लालू प्रसाद यादव इन दिनों होटवार जेल की निगरानी में रिम्स के चारदीवारी में कैद है.

लालू यादव के अधिवक्ता प्रभात कुमार के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के बेल पीटीशन को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से खारिज कर दिया गया है. लेकिन गर्मी की छुट्टियों के बाद एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा. उन्होंने बताया कि जब चाईबासा के मामले पर लालू प्रसाद यादव को सजा हो गई थी तो उस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बेल दिया है. अन्य सभी मामलों पर एक ही गवाह और एक ही दस्तावेज सीबीआई द्वारा पेश किए गए हैं. इसलिए इस ग्राउंड पर वो सुप्रीम कोर्ट से बेल की अपील करेंगे. वहीं, बीते दिनों इस मामले में 4 साल की सजा काट रहे एक अन्य अभियुक्त को सुप्रीम कोर्ट ने बेल दी है, जो लालू प्रसाद यादव की बेल के लिए एक बुनियाद बनेगी.

आरसी 47A/96 डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में हर रोज सुनवाई का दौर सीबीआई के विशेष अदालत में जारी है. लेकिन ऐसे में लालू यादव की नजर अब गर्मी की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट पर एक बार फिर टिकी होगी कि आखिर सुप्रीम कोर्ट से उन्हें राहत मिलती है या नहीं. डोरंडा कोषागार से जुड़े इस मामले पर लालू प्रसाद यादव जगरनाथ मिश्रा सहित कुल 116 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं.

रांची: बहुचर्चित चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक तरफ जहां रिम्स की चारदीवारी में कैद है. वहीं, चारा घोटाला का जिन्न अभी भी जिंदा है. यह जिन्न डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले पर अदालत में लगातार दस्तक दे रहा है. आखिर क्या है यह डोरंडा चारा घोटाला का मामला और इस पर कब आएगा फैसला. चारा घोटाला के कुल कितने मामले हैं? कोर्ट में दर्ज कितने मामलों का निष्पादन हुआ है. जानिए क्या है पूरा मामला.

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बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सलाखों के पीछे खड़ा कर दिया है. चाईबासा दुमका देवघर मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सलाखों के पीछे हैं. इधर बुधवार को चाईबासा के एक सप्लीमेंट्री मामले पर फैसले के साथ ही चारा घोटाला मामले से जुड़े 53 मामलों में से 51 मामलों का निष्पादन हो गया है.

ये भी पढ़ें-मनी लॉन्ड्री के आरोपी श्याम चक्रवर्ती ने किया सरेंडर, अदालत ने भेजा जेल

दरअसल, चारा घोटाला मामले में विभिन्न कांड संख्या के तहत कुल 53 मामले दर्ज किए गए थे. जिनमें लालू प्रसाद यादव के ऊपर पांच मामले दर्ज हुए थे. मौजूदा स्थिति में 51 मामलों का निष्पादन कर दिया गया है. जबकि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में दो मामले सीबीआई के विशेष न्यायालय में अभी पेंडिंग है. यह डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी चारा घोटाला का सबसे बड़ा घोटाला है. सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह के अनुसार इस मामले में लगभग 139 करोड रुपये की अवैध निकासी की गई थी. तमाम चारा घोटाला मामले के निष्पादन को लेकर 7 स्पेशल कोर्ट का गठन स्पीडी ट्रायल से हुआ है.

वहीं, चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में लालू प्रसाद सहित कई लोग आरोपी बनाए गए थे. जिनमें से 4 मामलों से जुड़े सभी दोषियों को सजा सुनाई जा चुकी है. जबकि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी का जिन्न आए दिन इस मामले से जुड़े दोषियों को कोर्ट से दस्तक दे रहा है. खासकर बिहार के पूर्व मंत्री लालू प्रसाद यादव की बात करें तो लालू प्रसाद यादव को चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के दो मामले, तो वही देवघर और दुमका के मामले पर सजा सुनाई जा चुकी है. लालू प्रसाद यादव इन दिनों होटवार जेल की निगरानी में रिम्स के चारदीवारी में कैद है.

लालू यादव के अधिवक्ता प्रभात कुमार के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के बेल पीटीशन को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से खारिज कर दिया गया है. लेकिन गर्मी की छुट्टियों के बाद एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा. उन्होंने बताया कि जब चाईबासा के मामले पर लालू प्रसाद यादव को सजा हो गई थी तो उस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बेल दिया है. अन्य सभी मामलों पर एक ही गवाह और एक ही दस्तावेज सीबीआई द्वारा पेश किए गए हैं. इसलिए इस ग्राउंड पर वो सुप्रीम कोर्ट से बेल की अपील करेंगे. वहीं, बीते दिनों इस मामले में 4 साल की सजा काट रहे एक अन्य अभियुक्त को सुप्रीम कोर्ट ने बेल दी है, जो लालू प्रसाद यादव की बेल के लिए एक बुनियाद बनेगी.

आरसी 47A/96 डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में हर रोज सुनवाई का दौर सीबीआई के विशेष अदालत में जारी है. लेकिन ऐसे में लालू यादव की नजर अब गर्मी की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट पर एक बार फिर टिकी होगी कि आखिर सुप्रीम कोर्ट से उन्हें राहत मिलती है या नहीं. डोरंडा कोषागार से जुड़े इस मामले पर लालू प्रसाद यादव जगरनाथ मिश्रा सहित कुल 116 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं.

Intro:रांची
डे प्लान--स्पेसल रिपोर्ट
नोट... लालू यादव का फाइल फुटेज व्हाट्सएप से भेजी गई है

बाइट--- प्रभात कुमार लालू प्रसाद यादव के वरीय अधिवक्ता
बाइट--बीएमपी सिंह सीबीआई विशेष लोक अभियोजक

बहुचर्चित चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक तरफ जहां रिम्स की चारदीवारी में कैद है तो वही चारा घोटाला का जिन्न अभी भी जिंदा है यह जिन्न डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले पर अदालत में लगातार दस्तक दे रहा है आखिर क्या है यह डोरंडा चारा घोटाला का मामला और इस पर कब आएगा फैसला चारा घोटाला के कुल कितने मामले हैं? कोर्ट में दर्ज कितने मामलों का हुआ है निष्पादन। विशेष रिपोर्ट


Body:बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सलाखों के पीछे खड़ा कर दिया है चाईबासा दुमका देवघर मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सलाखों के पीछे हैं। इधर बुधवार को चाईबासा के एक सप्लीमेंट्री मामले पर फैसले के साथ ही चारा घोटाला मामले से जुड़े 53 मामलों में से 51 मामलों का निष्पादन हो गया है। दरअसल चारा घोटाला मामले में विभिन्न कांड संख्या के तहत कुल 53 मामले दर्ज किए गए थे जिनमें आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के ऊपर पांच मामले दर्ज हुए थे और मौजूदा स्थिति में 51 मामलों का निष्पादन कर दिया गया है जबकि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में दो मामले सीबीआई के विशेष न्यायालय में अभी पेंडिंग है। यह डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी चारा घोटाला का सबसे बड़ा घोटाला है सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह के अनुसार इस मामले में लगभग 139 करोड रुपये की अवैध निकासी की गई थी। आर्यन तमाम चारा घोटाला मामले के निष्पादन को लेकर 7 स्पेशल कोर्ट का गठन स्पीडी ट्रायल से हुई है।



Conclusion:वहीं चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद सहित कई लोग आरोपी बनाए गए थे जिनमें से 4 मामलों से जुड़े सभी दोषियों को को सजा सुनाई जा चुकी है। जबकि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी का जिन्न आए दिन इस मामले से जुड़े दोषियों को कोर्ट से दस्तक दे रहा है खासकर बिहार के पूर्व मंत्री लालू प्रसाद यादव की बात करें तो लालू प्रसाद यादव को चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के दो मामले, तो वही देवघर और दुमका के मामले पर सजा सुनाई जा चुकी है और लालू प्रसाद यादव इन दिनों होटवार जेल की निगरानी में रिम्स के चारदीवारी में कैद है लालू यादव के अधिवक्ता प्रभात कुमार के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के बेल पीटीशन को हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से खारिज कर दिया गया है लेकिन गर्मी की छुट्टियों के बाद एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा उन्होंने बताया कि जब चाईबासा के मामले पर लालू प्रसाद यादव को सजा हो गई थी तो उस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बेल दिया दिया है और अन्य सभी मामलों पर एक ही गवाह और एक ही दस्तावेज सीबीआई द्वारा पेश किए गए हैं इसलिए इस ग्राउंड पर वह सुप्रीम कोर्ट से बेल की अपील करेंगे वहीं बीते दिनों इस मामले में 4 साल की सजा काट रहे एक अन्य अभियुक्त को सुप्रीम कोर्ट ने बेल ग्रांड की है जो लालू प्रसाद यादव की बेल के लिए एक बुनियाद बनेगी।

आरसी 47A/96 डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में हर रोज सुनवाई का दौर सीबीआई के विशेष अदालत में जारी है लेकिन ऐसे में लालू यादव की नजर अब गर्मी की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट पर एक बार फिर टिकी होगी कि आखिर सुप्रीम कोर्ट से उन्हें राहत मिलती है या फिर चारा घोटाला का यह जिन्न उन्हें जेल की चार दीवारों में ही कैद रखता है। डोरंडा कोषागार से जुड़े इस मामले पर लालू प्रसाद यादव जगरनाथ मिश्रा सहित कुल 116 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं
Last Updated : Jun 2, 2019, 2:04 PM IST
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